थराली से हरेंद्र बिष्ट।
दक्षिण कालिकां मंदिर तुगेश्वर में 13 वर्षों के बाद आयोजित होने वाले चौंसठ मेले को लेकर तुंगेश्वर में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें निर्णय लिया गया कि आयोजन को लेकर आगामी 12 दिसंबर को परगना बधाण पट्टी के सभी गांवों के प्रबुद्ध लोगों की एक आम बैठक तुगेश्वर में आयोजित की जाएगी जिसमें आयोजन को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
चौंसठ मेले के अध्यक्ष कुंवर सिंह रावत की अध्यक्षता में परगना बधाण पट्टी के नंदा एवं काली भक्तों की एक बैठक आयोजित हुई। जिसमें बताया गया कि वर्ष 2009 में तुंगेश्वर स्थित काली मंदिर में चौंसठ मेले का आयोजन किया गया था। इसके बाद आज तक आयोजन नही हों पाया हैं। इस वर्ष तमाम गांवों के नंदा,काली भक्तों ने एक बार फिर से 13 वर्षों के लंबे समयांतराल बाद चौंसठ मेले के आयोजन की मांग उठाई हैं।
वक्ताओं ने कहा कि इस आयोजन में बधाण पट्टी के सभी गांवों के नंदा,काली भक्तों, 14 सयानों का प्रतिभाग बेहद जरूरी हैं। बैठक में तय किया गया कि आयोजन को लेकर 12 दिसंबर को पूरी बधाण पट्टी के सभी गांवों के प्रधानों,क्षेत्र पंचायत सदस्यों,जिला पंचायत सदस्यों सभी प्रमुखों, विधायक, 14 सयानो के साथ ही क्षेत्र के गणमान्य लोगों को बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। जिसमें आयोजन को लेकर अंतिम निर्णय के साथ ही तिथि निकाली जाएगी।
इस बैठक में प्रधान संघ थराली के अध्यक्ष डॉ जगमोहन रावत, देवाल के पूर्व प्रमुख डीडी कुनियाल, प्रधान जितेंद्र रावत, हीरा बोरा, राजेंद्र गड़िया, प्रताप राम 14 सयानो में सुमार त्रिलोक सिंह बुटोला,सौर्यप्रताप सिंह रावत, आयोजन कमेटी के संरक्षक हरक सिंह गुसाईं, संयोजक वीरी राम, धनराज रावत, उपाध्यक्ष भगोत सिंह भंडारी, सचिव खिलाप सिंह, कोषाध्यक्ष श्रीश चंद्र देवराड़ी, प्रचार मंत्री पप्पू बाबा, मेहरवान सिंह पधान, लक्ष्मण रावत, खुशाल सिंह, राजेंद्र रावत, गिरीश जोशी, सुजान सिंह रावत सहित कई लोगों ने विचार व्यक्त किए।