
ऑपरेशन सवेरा शुरू कर अपराधियों पर कसी नकेल, जिले में आबकारी के 244 अभियोग हुए दर्ज
अल्मोड़ा। अल्मोड़ा के एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने दो साल पंद्रह दिन के अपने कार्यकाल में नशे पर अंकुश लगाने के साथ ही अपने सामाजिक दायित्वों का भी पूरी तरह निर्वहन किया। उनके प्रयासों का ही परिणाम है कि अनेक अपराधिक गतिविधियों में लिप्त लोग आज सलाखों के पीछे हैं।
एसएसपी मीणा ने दो साल पहले 1 जनवरी 2019 को अल्मोड़ा में बतौर एसएसपी कार्यभार ग्रहण किया। पर्वतीय क्षेत्रों में नशे की समस्या को देखते हुए उन्होंने यहां ऑपरेशन सवेरा की शुरुआत की। जिसके तहत पुलिस ने इन दो सालों में करीब 1,64,48,525 से अधिक की अवैध शराब बरामद की गई। जबकि 71 वाहनों को सीज किया गया। गांजा तस्करी के 29 मामलों में 61 लोगों को गिरफ्तार किया गया। जबकि 18 वाहनों को सीज कर करीब 3,08,1270 रुपये का गांजा पकड़ा। स्मैक के मामले में 12 अभियोग दर्ज कर 15 लोगों को गिरफ्तार कर 69.975 ग्राम स्मैक बरामद की गई। जिसकी कीमत लगभग 10,51,500 थी। इस मामले में दो वाहनों को सीज किया गया। अफीम तस्करी के मामले में एक अभियोग दर्ज कर दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। दो लाख रुपये की अफीम बरामद कर एक वाहन को भी सीज किया गया। कोरोना काल में भी एसएसपी का जज्बा कम नहीं हुआ।
एसएसपी मीणा ने दिल्ली, मुरादाबाद, संभल, बरेली, हल्द्वानी, नोयडा, देहरादून आदि स्थानों से कैंसर, टीबी, किडनी ट्रांसप्लांट रोगियों की दवाएं मंगाकर जरुरतमंदों तक उपलब्ध कराई। कोरोना काल में 1338 राशन किट व 1297 फ्रूट पैकेट जरूरतमंद लोगों तक राशन उपलब्ध कराकर एसएसपी ने मानवता की मिशाल दी। कोरोना काल में एसएसपी की इस पहल से 178 रोगियों को उपचार मिल सका। वहीं चौखुटिया में एक गरीब परिवार को मकान के लिए तीस हजार रुपये की मदद भी मीणा द्वारा की गई। अधिकारियों ने भी एसएसपी की इस पहल की सराहना की। पुलिस की इस मुहिम में मीडिया सेल प्रभारी हेमा ऐठानी ने भी सराहनीय योगदान दिया। जिसके लिए उन्हें डीआईजी कुमाऊं द्वारा पांच हजार का नकद पुरस्कार व सराहनीय सेवा से भी सम्मानित किया गया।