फोटोः यात्री के खोये पर्स को लौटाते पुलिस जवान रविन्द्र गिरी।
रुद्रप्रयाग। गुप्तकाशी में तैनात पुलिस जवान रविन्द्र गिरी की ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठता की क्षेत्र की जनता प्रशंसा कर रही है। केदार यात्रा के मुख्य पड़ाव गुप्तकाशी में तैनात रविन्द्र गिरी ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। साथ ही वे तीर्थयात्रियों की समस्या का भी निराकरण कर रहे हैं। हर दिन 16 से 18 घंटे तैनाती देने के बाद भी उनके चेहरे पर कोई सिकन नहीं रहती है।
दरअसल, केदार यात्रा के गुप्तकाशी क्षेत्र में तैनात रविन्द्र गिरी अपनी ड्यूटी के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी आगे हैं। बढ़ते यात्रा के दबाव में वे आड़े तिरछे लगे वाहनों को कठोर भाषा में तत्काल हटाने के लिए निर्देशित करते हैं, तो वहीं मधुर भाषा में तीर्थयात्रियों को आॅनलाइन पंजीकरण करने के साथ-साथ निकटस्थ स्थित पौराणिक मठ मंदिरों की महत्ता और इसके आध्यात्मिक पक्ष के बारे में भी अवगत करा रहे हैं। इसके साथ ही वे देर रात में बाहर रह रहे यात्रियों को खाने और रहने की भी उचित व्यवस्था कर रहे हैं। केदारनाथ की यात्रा पर आये महाराष्ट्र के किसी यात्री का पर्स स्कूटी की गद्दी पर छूट गया। जब काफी समय तक पर्स की ढूंढखोज करने के लिये कोई नहीं आया तो ड्यूटी पर तैनात रविन्द्र गिरी ने पर्स को अपने पास रख दिया। पर्स में 35 हजार की नगद धनराशि, स्मार्ट फोन और अन्य जरूरी कागजात थे। फोन से सम्पर्क करने के बाद पता चला कि ये तीर्थयात्री बद्रीनाथ की ओर निकल गये हैं। ऐसे में रविन्द्र ने सम्पर्क करके तीर्थयात्री को उसका पर्स लौटा दिया। इसके साथ ही रविन्द्र सीनियर सिटीजन और विकलांगों के लिये भक्त श्रवण कुमार बने हैं। ऐसे अगम्य लोगों के लिये सड़क पार करवाना, वाहन में बिठाने का कार्य भी रविन्द्र गिरी बखूबी कर रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश उनियाल, बचन सिंह पंवार ने कहा कि पुलिस जवान रविन्द्र गिरी सुबह से देर रात तक पूरी तन्मयता और ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। इस जमाने में जब ईमानदारी केवल किताबों तक ही सीमित रह गई है, वहीं ऐसे में आरक्षी रविन्द्र गिरी द्वारा जो कार्य किया जा रहा है, वह तारीफ के काबिल है। उन्होंने जिला प्रशासन से पुलिस जवान को सम्मानित करने की मांग की है।