फोटो- हिमाच्छादित श्री बदरीनाथधाम में मंदिर परिसर की गुमटी में मौजूद वानर।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। करीब 6 फीट बर्फ से ढके श्री बदरीनाथ धाम के मंदिर परिसर में एक वानर भगवान विष्णु के सेवक रूप मुस्तैदी से अपने सेवा-भाव का परिचय दे रहा हैं। भारी बर्फबारी व कडाके की ठंड में वानर को मंदिर के पास बनी एक गुमटी में देख सुरक्षा कर्मी भी हतप्रद रह गए।
भू-वैकुंठ धाम बदरीनाथ जहाॅ शीतकाल मे कपाट बंद होने के बाद मंदिर से कुछ दूरी पर सुरक्षा कर्मियो के अलावा किसी की भी मौजूदगी नही होती हैं।वहाॅ हिमाच्छादित पर्वतश्रंृखलाओं के मध्य करीब 6फीट बर्फ की मोटी परत से पटे श्री बदरीनाथ मंदिर व मंदिर परिसर मे एक वानर की मौजूदगी देख ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो वानर रूपी सेवक भगवान विष्णु की सेवा के लिए तत्पर हो। सेवक वानर भी मंदिर परिसर मे ही एक गुमटी मे वैठा है जहाॅ से पूरा धाम दिखाई देता है। कई दिनो तक मौसम खराब रहने व बर्फबारी के बाद शुक्रवार को मौसम खुशनुमा हुआ और सूर्य भगवान के दर्शन हुए। जैसे ही सुरक्षा कर्मी अपनी तैनाती स्थलो से बाहर निकले और वानर को मंदिर परिसर की गुमटी मे बैठा देखा तो वो ही हतप्रद रह गए।
श्री बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी आचार्य भुवन च्रंद्र उनियाल के अनुसार यात्राकाल के दौरान भी शनिवार व मंगलवार को एक वानर मंदिर परिसर मे पंहुचता था और मंदिर की परिक्रमा कर वापस चला जाता था। लेकिन शीतकाल मे भारी बर्फबारी के बीच वानर रूपी सेवक की मौजूदगी निश्चित ही आश्चर्यजनक है। जहाॅ कडाके की ठंड बर्फबारी के बीच सुरक्षा कर्मियों को भी कई समस्याओ से जूझना पडता हो वहाॅ वानर रूपी सेवक की मौजूदगी यही दर्शाती है कि वानर रूपी सेवक ने भगवान विष्णु के चरणो मे ही स्वयं को समर्पित कर दिया है।