गैरसैंण। पौराणिक परम्पराओं रीति रिवाजों के अनुसार लगने वाले माईथान का चैत्र अष्टमी का मेला अपनी भव्यता बनाये रखते हुए शांति पूर्ण ढंग से सम्पन्न हो गया। मेले के प्रारम्भ से एक दिन पूर्व शुक्रवार को प्रातः कुशरानी तली के प्रधान नारायण सिंह के द्वारा पूजा अर्चना के पश्चात देवी की डोली रात्रि जागरण प्रवास पर देव पश्वाओं और मेलार्थियों
भक्तों के साथ माईथान से कुशरानी पहुंची।
शनिवार प्रातः विभिन्न गांवों के भ्रमण के बाद माई की डोली माईथान पहुंची । माईथान पहुंचने पर देव पश्वाओं द्वारा लाल पीले सफेद देव घ्वजों निशाणों के साथ देव नृत्य किया गया। मेलार्थियों नेे इस दौरान मनौतियां मांगी। इस मेले का प्रतिनित्व विभिन्न गांवों के प्रधानों केे द्वारा किया गया । इस दौरान मंदिर समिति के अध्यक्ष लछमसिंह रावत, खंसर विकास समिति के अध्यक्ष
अवतार पुण्डीर, कुशरानी तली के प्रधान नारायण सिंह बिष्ट, कुशरानी मली के प्रधान लछम सिंह, जलचौरा के गोपाल सिंह रावत, कणडारी खोड के प्रधान सोबन सिंह रावत, कलचुण्डा के प्रधान गबर सिंह रावत, झुमाखेत के पधान दानसिंह बिष्ट, बछवावाण के बागसिंह बिष्ट, कुशरानी मली के प्रधान रामसिंह मढवाल, डा0 कुंवर सिंह आदि हजारों की संख्या में लोगों ने मेले का आनंद लिया।