• About Us
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Terms & Conditions
  • Refund Policy
  • Disclaimer
  • DMCA
  • Contact
Uttarakhand Samachar
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल
No Result
View All Result
Uttarakhand Samachar
No Result
View All Result

एक है नैनीताल बैंक….

19/12/18
in उत्तराखंड, नैनीताल
Reading Time: 1min read
304
SHARES
380
VIEWS
Share on FacebookShare on WhatsAppShare on Twitter

राजीव लोचन साह
आज़ादी से पूर्व के हमारे नेता ऐसे visionary और बहुआयामी होते थे कि आज के क्षुद्र दृष्टि/बुद्धि के धनी राजनेताओं से उनकी तुलना करना इतिहास के साथ मजाक करने जैसा है। गोविन्द बल्लभ पंत को ही लें। वे वकील या राजनीतिज्ञ ही नहीं थे। नैनीताल में में उनकी सक्रिय उपस्थिति श्री राम संस्कृत पाठशाला या तल्लीताल की रामलीला तक में देखी जा सकती थी।
पंत जी ने लगभग सौ साल पहले, 1922 में लोगों को साहूकारों के पंजे में फंसने से बचाने के लिए एक joint stock company के रूप में नैनीताल बैंक की स्थापना की। तब कितने लोग बैंकिंग के बारे इस तरह सोचा करते होंगे ? लाला लाजपतराय ने अलबत्ता पंजाब नेशनल बैंक को स्थापित करते हुए ऐसा ही सपना देखा होगा।
नैनीताल बैंक धीरे-धीरे प्रगति करता हुआ कुमाऊँ के लगभग सभी प्रमुख नगरों में पहुँच गया। मगर सत्तर के दशक के शुरू में कुछ ऐसी दुर्घटनायें हुईं कि बैंक के सामने अस्तित्व का संकट आ गया। तब रिज़र्व बैंक ने बैंक ऑफ बड़ौदा को जिम्मेदारी दी कि नैनीताल बैंक के शेयर खरीद कर इसे बचाये। इस तरह 1973 में नैनीताल बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा के नियंत्रण में आया।
बैंक ऑफ बड़ौदा के नियंत्रण में आने के बाद एक ओर तो नैनीताल बैंक ने अच्छी तरक्की की (आज उत्तरी भारत में इसकी 137 शाखाएँ हैं), दूसरी ओर यह बैंक ऑफ बड़ौदा का उपनिवेश भी बन गया। कुछ अपवादों को छोड़ दें तो बैंक ऑफ बड़ौदा से प्रतिनियुक्ति पर आने वाले अधिकारी इसके साथ ईस्ट इंडिया कम्पनी के कारिंदों जैसा व्यवहार करते रहे। लुक-छिपकर लूट का सिलसिला चलता रहा। इसमें कुछ घटनायें तो उजागर हुईं, जैसे अभी-अभी शाहजहांपुर ब्रांच का महा घोटाला अखबारों की सुर्खियाँ बना, मगर बाकी दबी-छिपी ही रहीं।
इस बीच बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा नैनीताल बैंक को हड़पने के कुचक्र भी रचे जाते रहे। सबसे बड़ी कोशिश 2006-07 में हुई, जब बैंक ऑफ बड़ौदा ने नैनीताल बैंक को लगभग निगल ही लिया था। मगर तब बैंक के shareholders के साथ नैनीताल की जनता भी उठ खड़ी हुई। तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी द्वारा हथियार डाल देने के बावजूद हरीश रावत भी लड़ाई में कूदे और रिज़र्व बैंक के उच्चाधिकारियों के साथ-साथ वित्त मंत्रालय के लोगों को समझाते रहे। निर्णायक लड़ाई तो सितम्बर 2007 की AGM में हुई। पता नहीं किसी कॉरपोरेट बैठक में ऐसी हिंसा कभी हुई या नहीं, मगर उस बार तो अच्छा-खासा खून भी बहा। उस वक़्त के बैंक के चेयरमैन द्वारा अपनी मदद के लिये भाड़े के गुण्डे बुलाये गये थे। उनके द्वारा AGM में तमंचे निकालने पर shareholders ने उन्हें इतना पीटा कि वे रक्तरंजित कपड़ों में ही शहर छोड़ कर भाग खड़े हुए। मज़ेदार बात कि इन गुण्डों की पिटाई करने में महिलाएँ सबसे आगे थीं।
उस घटना के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा अपना मौका ताड़ते हुए चुपचाप बैठा रहा।
मगर अब फिर कुचक्र शुरू हो गए हैं। इस बार दुर्भाग्य यह है कि नैनीताल के सांसद भी इस षडयंत्र में शामिल हैं। सम्भवतः मोदी सरकार की नीति यही हो कि छोटी संस्थाओं को नष्ट करो। बड़े पैमाने पर लूट-खसोट के लिए बड़ी संस्थाएँ ज्यादा मुफीद होती हैं। उन्हीं से हजारों करोड़ रुपये लेकर विदेश भागा जा सकता है।
मेरे जैसे लोगों के लिये नैनीताल बैंक हमारी अस्मिता और आत्मसम्मान का प्रतीक है। उत्तराखंड से बाहर जब नैनीताल बैंक का बोर्ड दिखाई देता है तो छाती गर्व से फूल जाती है। इसी लिए 2006-07 की लड़ाई में हमने अपना सर्वस्व झोंक दिया था। अब एक और लड़ाई सामने हैं। पिछली बार की लड़ाई के योद्धा उत्तराखंड आंदोलनकारियों की तरह या तो निष्क्रिय हो गए हैं या फिर लालचों में फंस गये हैं। प्रदेश सरकार को कोई मतलब नहीं कि उसका सबसे बड़ा बैंक अपना अस्तित्व खो रहा है या उत्तराखंड के सबसे पुराने अखबार ‘शक्ति’ ने अभी-अभी अपने सौ साल पूरे कर पत्रकारिता में एक इतिहास रचा है।
तो एक और रण सामने है। उससे न तो हम बच सकते हैं और न नैनीताल बैंक। भले ही उत्तराखंड के ज्यादातर लोग राज्य आन्दोलन के शहीदों को भूल गए हों, मगर अभी भी बहुत से हैं, जो अपनी अस्मिता और आत्मसम्मान को लेकर संवेदनशील हैं।
तो तैयार रहिये एक और लड़ाई के लिए….

Tags: nainital-bank
Share122SendTweet76
https://uttarakhandsamachar.com/wp-content/uploads/2025/10/yuva_UK-1.mp4
Previous Post

तीलू रौतेली और माधो सिंह भंडारी से जुड़ी धरोहरों का संरक्षण करेगा पुरातत्व विभाग

Next Post

ग्यारह किलो अवैध गांजे के साथ दो धरे, वाहन सीज

Related Posts

उत्तराखंड

बहरीन में चल रहे यूथ एशियन गेम्स में कबड्डी में उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों ने किया देश और प्रदेश का नाम रोशन

October 26, 2025
18
उत्तराखंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को भगवान बद्रीविशाल के दर्शन पूजन कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की

October 26, 2025
11
उत्तराखंड

“देवभूमि सांस्कृतिक महोत्सव 2025” में स्थानीय समुदायों, पर्यटकों और गणमान्य अतिथियों की उत्साहपूर्ण सहभागिता देखने को मिली

October 26, 2025
4
उत्तराखंड

माणा गाँव में देवभूमि सांस्कृतिक महोत्सव का भव्य समापन — सीमांत क्षेत्रों में पर्यटन और आर्थिकी को नई उड़ान

October 26, 2025
8
उत्तराखंड

इंटर कॉलेज मोटाढाक में हुआ ब्लॉक स्तरीय विज्ञान महोत्सव संपन्न

October 26, 2025
37
उत्तराखंड

उत्तराखंड ग्रामीण बैंक ने आपदा प्रभावितों की सहायता एवं पुनर्निर्माण कार्यों के लिए ₹ 35,49,371 की धनराशि मुख्यमंत्री राहत कोष में प्रदान की

October 25, 2025
10

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Popular Stories

  • चार जिलों के जिलाधिकारी बदले गए

    67470 shares
    Share 26988 Tweet 16868
  • डोईवाला : पुलिस,पीएसी व आईआरबी के जवानों का आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण सम्पन्न

    45755 shares
    Share 18302 Tweet 11439
  • ऑपरेशन कामधेनु को सफल बनाये हेतु जनपद के अन्य विभागों से मांगा गया सहयोग

    38026 shares
    Share 15210 Tweet 9507
  •  ढहते घर, गिरती दीवारें, दिलों में खौफ… जोशीमठ ही नहीं

    37422 shares
    Share 14969 Tweet 9356
  • विकासखंड देवाल क्षेत्र की होनहार छात्रा ज्योति बिष्ट ने किया उत्तराखंड का नाम रोशन

    37293 shares
    Share 14917 Tweet 9323

Stay Connected

संपादक- शंकर सिंह भाटिया

पता- ग्राम एवं पोस्ट आफिस- नागल ज्वालापुर, डोईवाला, जनपद-देहरादून, पिन-248140

फ़ोन- 9837887384

ईमेल- shankar.bhatia25@gmail.com

 

Uttarakhand Samachar

उत्तराखंड समाचार डाॅट काम वेबसाइड 2015 से खासकर हिमालय क्षेत्र के समाचारों, सरोकारों को समर्पित एक समाचार पोर्टल है। इस पोर्टल के माध्यम से हम मध्य हिमालय क्षेत्र के गांवों, गाड़, गधेरों, शहरों, कस्बों और पर्यावरण की खबरों पर फोकस करते हैं। हमारी कोशिश है कि आपको इस वंचित क्षेत्र की छिपी हुई सूचनाएं पहुंचा सकें।
संपादक

Browse by Category

  • Bitcoin News
  • Education
  • अल्मोड़ा
  • अवर्गीकृत
  • उत्तरकाशी
  • उत्तराखंड
  • उधमसिंह नगर
  • ऋषिकेश
  • कालसी
  • केदारनाथ
  • कोटद्वार
  • क्राइम
  • खेल
  • चकराता
  • चमोली
  • चम्पावत
  • जॉब
  • जोशीमठ
  • जौनसार
  • टिहरी
  • डोईवाला
  • दुनिया
  • देहरादून
  • नैनीताल
  • पर्यटन
  • पिथौरागढ़
  • पौड़ी गढ़वाल
  • बद्रीनाथ
  • बागेश्वर
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • राजनीति
  • रुद्रप्रयाग
  • रुद्रप्रयाग
  • विकासनगर
  • वीडियो
  • संपादकीय
  • संस्कृति
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • साहिया
  • हरिद्वार
  • हेल्थ

Recent News

बहरीन में चल रहे यूथ एशियन गेम्स में कबड्डी में उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों ने किया देश और प्रदेश का नाम रोशन

October 26, 2025

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को भगवान बद्रीविशाल के दर्शन पूजन कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की

October 26, 2025
  • About Us
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Terms & Conditions
  • Refund Policy
  • Disclaimer
  • DMCA
  • Contact

© 2015-21 Uttarakhand Samachar - All Rights Reserved.

No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल

© 2015-21 Uttarakhand Samachar - All Rights Reserved.