हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
थराली।
पद्मश्री कल्याण सिंह रावत मैती ने कहा कि उत्तराखंड में प्राकृतिक संसाधनों की भरमार है आवश्यकता इस बात की हैं कि युवाओं को कौशल विकास का समय, समय पर प्रशिक्षण दे कर इन संसाधनों का वैज्ञानिक विदोहन कर राज्य की आर्थिकी को मजबूत बनाया जा सकता हैं।
डायट गौचर में एक दिवसीय जिला स्तरीय कौशलम् पाठ्यक्रम के अंतर्गत पिछले तीन वर्षों से राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद एवं उद्यम लर्निंग फाउंडेशन के संयुक्त सहयोग से आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए पद्मश्री कल्याण सिंह रावत ने कहा कि छात्र, छात्राओं एवं युवाओं को स्वरोजगार के प्रति आकृषित करने के लिए सरकार को प्रयास करने चाहिए,इससे राज्य की आर्थिकी को मजबूत बनाने में काफी सहयोग मिलेगा। इस कार्यक्रम में
उद्यम लर्निंग फाउंडेशन द्वारा जिले के 46 विद्यालयों को पांच हजार रुपए की सहयोग राशि प्रदान की इस राशि से छात्र-छात्राओं को विभिन्न रचनात्मक और उपयोगी उत्पादों का निर्माण करवाया जाता हैं।इस कार्यक्रम में अलग-अलग विद्यालयों के प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा किया। इस अवसर पर शिक्षक , शिक्षिकाओं निमिषा थपलियाल ,धन सिंह घरिया ,दिनेश कुनियाल, प्रतिभा नेगी, ब्रह्मानंद किमोठी, दशरथ कंडवाल ,कृपाल भंडारी, पुष्पा कनवासी,हरिप्रसाद खंडूरी व ममता गुसाईं को उद्यमशील पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान आयोजित प्रदर्शनी में राइका कनखुल की अंकिता ने प्रथम,
राइका कोटि चांदपुर की खुशी रावत ने द्वितीय एवं राबाइका जोशीमठ की अनामिका व नेहा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम के समापन सत्र पर डाइट गौचर के प्राचार्य आकाश सारस्वत ने कहा कि कौशलम राज्य सरकार का एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है जो बच्चों के अंदर उद्यमशील मानसिकता का विकास करेगा और वह नौकरी करने के बजाय नौकरी देने वाले बन सकेंगे lकार्यक्रम के दौरान जिला समन्वयक सुबोध डिमरी, सह-समन्वयक डॉ. कमलेश मिश्र, जिला पर्यवेक्षक तेजेंद्र रावत, डायट प्रवक्ता राजेंद्र मैखुरी, रविंद्र सिंह बर्त्वाल, वीरेंद्र कठैत, नीतू सूद सुमन भट्ट, योगेंद्र बर्त्वाल गोपाल कपरूवाण आदि ने सक्रिय भूमिका निभाई
कार्यक्रम का संचालन जिला समन्वयक सुबोध डिमरी एवं उद्यम लर्निंग फाउंडेशन के जिला समन्वयक तेजेंद्र रावत ने संयुक्त रूप से किया।