ब्यूरो रिपोर्ट
चकराता। उत्तराखंड में हंस फाउंडेशन की मेडिकल यूनिट लगातार दूर सुदूर क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे है, जो लोग स्वास्थ्य सेवाओं से दूर और इलाज करने में असमर्थ है उन लोगों तक हंस फाउंडेशन की टीम पहुंचती है और लोगों को दवाईयों के साथ उनका हेल्थ चेकअप करते है। बताते चलें कि आज चकराता के जीआईसी दसऊ चकराता में हंस फाउंडेशन की हेल्थ मेडिकल यूनिट पहुंची, जिसमें डॉक्टर अशोक कुमार, SPO सावित्री रौंछेला, फार्मासिस्ट धीरज नेगी, एलटी कुमारी पायल और पायलट जसवीर सिंह पहुंचे। कॉलेज में छात्र-छात्राओं को विकलांगता के बारे में समझाया गया कि विकलांगता क्या है और कैसे इसका ध्यान रखा जाए। कब चेकअप करना है,मनुष्य जीवन में समय के साथ स्थाई और अस्थाई तौर पर कुछ ना कुछ प्रभाव आदमी पर पड़ता है जो विकलांगता का रूप ले लेता है। रिपोर्ट के अनुसार विश्व की कुल आबादी का 16% विकलांगता से ग्रस्त है। देश में भी विकलांगता को लेकर सरकार द्वारा कई कार्यक्रम चलाए जाते हैं और विकलांगता अधिक होने पर सरकार पेंशन भी देती है । हंस फाउंडेशन की मेडिकल टीम क्षेत्र में लगातार दूर दूर तक स्वास्थ्य कैम्प लगाने के साथ साथ लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी कर रही है और साथ ही स्वास्थ्य जांच और दवाइयां भी उपलब्ध करवा रही है ।