रिपोर्ट: लक्ष्मण नेगी
जोशीमठ। चमोली हिमालय दिवस के अवसर पर जनदेश सामाजिक संगठन एवं एक्शन एंड़ इंडिया व शंकराचार्य स्वामी माधवाश्रम विद्या निकेतन के संयुक्त तत्वाधान में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें हिमालय के संरक्षण संवर्धन विषय पर चर्चा की गई वक्ताओं ने कहा कि जिस तरह से हिमालय क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन हो रहा है कुछ समय के बाद 80% ग्लेशियर समाप्त हो जाएंगे जिससे बाढ़ भूस्खलन आपदा जैसी घटनाएं बढ़ती जाएगी हिंदुकुश हिमालय की बर्फ की नदियों के लिए पानी का महत्वपूर्ण स्रोत है जो एशिया के 16 देशों से होकर बहती है यह नदियां पहाड़ों में 24 करोड़ लोगों तथा 1.65 अरब लोगों को ताजा पानी प्रदान करती है। यदि जिस तरह से जलवायु परिवर्तन की घटनाएं बढ़ रही है उससे हिमालय पर प्रतिकूल प्रभाव देखा जा रहा है लगातार हिमालय क्षेत्र में बाढ़ भूस्खलन आपदा जल प्रलय की घटनाएं बढ़ रही है। हिमालय राज्यों में लगातार अनियंत्रित वर्षा की घटनाएं देखी जा रही है भूस्खलन बाढ़ सुखाड़ की घटनाएं देखी जा रही है हिमालय क्षेत्र में सबसे पहले लद्दाख में जलवायु परिवर्तन के प्रभाव वैज्ञानिकों के द्वारा देखें गये हिमालय क्षेत्र में 2013 जून माह में केदारनाथ की त्रासदी, चमोली उत्तराखंड की आपदा वर्ष 2021 में 7 फरवरी को ऋषि गंगा में हिमस्खलन की घटना तथा 2022 में जोशीमठ भूस्खलन की घटना के अलावा 2023 में उत्तराखंड हिमाचल प्रदेश की आपदा जलवायु परिवर्तन के कारण हीआपदा हुई है इसके अलावा हिमालय राज्यों के हिमालय से जुड़े हुए देश में भी आपदा की घटनाएं निरंतर बढ़ रही है पाकिस्तान ,चीन, नेपाल, भूटान ,बांग्लादेश, म्यांमार, आदि देशों में भी लगातार बाढ़ सुखा असमय वर्षा की घटनाएं बढ़ती जा रही है। इन घटनाओं को रोकने के लिए एक ही उपाय है कि हिमालय से छेड़छाड़ की घटनाओं को रोका जाए अत्यधिक बोझ हिमालय पर नहीं डाला जाए। आज जोशीमठ में शंकराचार्य स्वामी माधवाश्रम विद्या निकेतन जोशीमठ के बच्चों के साथ एक हिमालय बचाओ विषय पर बच्चों के साथ प्रतिज्ञा की और बच्चों के साथ सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता हिमालय विषय पर किया गया। इस विषय पर हिमालय क्षेत्र में जैव विविधता विषय पर भी बच्चों को जानकारी दी गई हमारे आसपास की जड़ी बूटियां, पशु पक्षी, वन्य जीव यहां की मिट्टी पत्थर नदी नालों का महत्व के विषय पर भी चर्चा की गई इस अवसर पर जनदेश के कार्यकर्ताओं ने हिमालय विषय पर अपनी बात रखी और बच्चों को पुरस्कार वितरण किया गया लगातार जलवायु परिवर्तन के संकट से बचने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता लोगों को जागरूक करने में लगे हैं सामान्य ज्ञान के प्रश्नों में हिमालय गंगा पर्यावरण संरक्षण विषय पर यह विषय केंद्रित था इस विषय पर विद्यालय की प्रधानाचार्य सुरेंद्र सिंह खत्री ने कहा कि हिमालय को बचाने की जिम्मेदारी सभी लोगों की है बच्चों को जागरूक करने से नई पीढ़ी के लोगों को इसकी जानकारी बढ़ेगी और अधिक से अधिक लोगों तक यह संदेश जाएगा उन्होंने कहा कि हिमालय एक पर्वत ही नहीं यह ज्ञान भक्ति आस्थाऔर विश्वास का केंद्र बिंदु है और पर्यावरण संरक्षण का केंद्र भी है उन्होंने कहा कि हम जनदेश सामाजिक संगठन एक्शन एंड के लोगों के भी आभारी हैं जिन्होंने यह जानकारी बच्चों को दी है इस अवसर पर ममता देवी कलावती लक्ष्मण सिंह नेगी आदि लोगों उपस्थित थे।