रिपोर्ट:सत्यपाल नेगी
रूद्रप्रयाग। जनपद में मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए कृषि विभाग एवं अन्य विभागों के माध्यम से जनपद के विकास खंड अगस्त्यमुनि के निषणी,नवासू व बंगोली के ग्रामीणों द्वारा बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाते हुए जिसमें औषधीय एवं सगंध पौधों की खेती की जा रही है। जिसका मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार ने स्थलीय निरीक्षण कर ग्रामीणों द्वारा रोजमेरी,डंडेलियम,ऑर्गेनो की औषधीय पौधों की खेती के संबंध में जानकारी प्राप्त की।जिस पर ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि ‘‘मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना‘‘के तहत 250 नाली बंजर भूमि में उक्त पौधों का रोपण किया गया है।जिसमें स्थानीय 17 महिलाओं का समूह भी तैयार किया गया है।
मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार ने बंगोली,निषणी व नवासू के ग्रामीणों द्वारा ‘‘मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना‘‘ के तहत बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाते हुए किए जा रहे सुगंधित एवं औषधीय पौधों की खेती का स्थलीय निरीक्षण कर संबंधित ग्रामीणों से जानकारी प्राप्त की।
जिनके माध्यम से प्लान तैयार किया गया है।
मुख्य विकास अधिकारी ने महिलाओं एवं ग्रामीणों को इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए मुख्य कृषि अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि महिलाओं एवं ग्रामीणों द्वारा किए जा रहे औषधीय पौधों की खेती के संबंध में संबंधित संस्था के माध्यम से उचित प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाए ताकि इन्हें इस खेती के संबंध में संपूर्ण जानकारी उपलब्ध हो सके जिससे कि इनके द्वारा की जा रही औषधीय खेती का उन्हें पूर्ण लाभ उपलब्ध कर उनकी आर्थिकी को मजबूत किया जा सके।उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन सरकार द्वारा संचालित ‘‘मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना‘‘ के सफल क्रियान्वयन की दिशा में कार्य किया जा रहा है तथा जनपद की बच्छणस्यूं पट्टी में पलायन के कारण बंजर हुई भूमि को कृषि योग्य बनाए जाने के लिए 15 हैक्टेयर भूमि का चयन किया गया है जिसके लिए ग्रामीणों को औषधीय खेती करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।जिसमें कृषि विभाग एवं मनरेगा के तहत योजना का सफल क्रियान्वयन किया जा रहा है।
मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि गोष्ठी के माध्यम से नवासू,निषणी व बंगोली के किसानों को फसल की जानकारी व इसके लाभ से अवगत कराया गया।इसके बाद उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए इच्छुक कृषकों की सूची तैयार कर उन्हें खेती की तकनीकों के बारे में ऑफ फार्म व ऑन फाॅर्म किसान प्रशिक्षण दिया गया।इसके बाद खेत तैयार करते हुए पौध रोपण व रोपण से फसल कटाई तक की देखभाल तथा उनके द्वारा उगाए गए उत्पादों का विभिन्न संस्थाओं द्वारा क्रय करवाया जाएगा।साथ ही मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना के अंतर्गत किसानों को निःशुल्क पौध उपलब्ध कराई गई हैं जिसका कृषकों द्वारा अपने तैयार खेतों में रोपण किया गया।निरीक्षण के दौरान जिला उद्यान अधिकारी योगेंद्र सिंह चौधरी,जिला युवा कल्याण अधिकारी शरत सिंह भंडारी,खंड विकास अधिकारी अगस्त्यमुनि प्रवीन भट्ट,आचार्य पदम,ग्रामीण महिलाएं एवं कृषक मौजूद रहे।