आपदा के छह वर्षों में केदारपुरी पूरी तरह बदल गई है और अभी भी धाम में कई पुनर्निर्माण के कार्य होने हैं इस साल जिस तरह धाम में यात्रियों का सैलाब उमड़ रहा है, उससे लगता ही नहीं कि केदारघाटी ने छह वर्ष पूर्व भयंकर तबाही झेली है।
केदारपुरी में प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत होने वाले कार्य भी तेज गति से हो रहे हैं। हम आपको केदारनाथ की कुछ नई तस्वीरें दिखा रहे हैं जिसमे सब कुछ पहले से बदला हुआ दिख रहा है।
आपदा के बाद का दर्दनाक मंजर देखने वाले अब धाम को देख स्तब्ध हुए बिना नहीं रह सकते। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले कार्यकाल में केदारनाथ पुनर्निर्माण को शुरू करवाया था।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने 20 अक्टूबर 2017 को केदारनाथ में करोड़ों की लागत से पांच पुनर्निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया था। कदम कदम पर बेहतर सुविधाओं के साथ ही पैदल मार्ग के प्रारंभिक बिंदु से ही भोले बाबा के धाम का दीदार होने लगता है।
जो काम हुए हैं उनमें सबसे पहले मंदाकिनी नदी पर घाट व चबूतरे का निर्माण मुख्य है, इसके बाद मंदिर परिसर का चौड़ीकरण और मंदिर के ठीक सामने 200 मीटर लंबे रास्ते का निर्माण किया गया है जिसमे पत्थरों से काम किया गया है। धाम में यात्रा सीजन में रहने के लिए 210 भवन तीर्थ पुरोहितों के लिए बनाये गये हैं।
इसके आलावा केदारनाथ धाम के सम्पूर्ण रास्ते का निर्माण, 400 मीटर लंबे अस्था पथ का निर्माण के साथ यात्रियों के लिए कई कॉटेज बनाये गए हैं। अभी भी केदारनाथ धाम में कई निर्माण कार्य चल रहे हैं शंकराचार्य की समाधि, छूटे तीर्थ पुरोहितों के लिए घर, गरुड़चट्टी से भीमबली तक पैदल मार्ग का निर्माण, केदारनाथ मंदिर के पीछे ब्रह्मवाटिका का निर्माण जिसमे प्रमुख हैं। देखिये केदारनाथ की कुछ और ताजा तस्वीरें-