रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट।
थराली। डाडरबगड़-रतगांव के बीच प्राणमती नदी पर पैदल आवागमन के लिए रतगांव के ग्रामीणों ने प्राणमती नदी पर श्रमदान के जरिए लकड़ी का पैदल पुल बना लिया हैं। पैदल पुल बनने के बाद रतगांव एवं आसपास के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली हैं। इधर लोनिवि थराली के द्वारा रतगांव आने जाने के लिए इलैक्ट्रिकल ट्राली स्थिति करने का प्रयास तेज कर दिया हैं। पिछले सप्ताह हुई भारी बारिश के कारण डुंग्री-रतगांव मोटर सड़क पर प्राणमती नदी पर बनाया गया लकड़ी का अस्थाई पुल बह जाने के कारण जहां वाहनों का संचालन बंद हो गया था, वही प्राणमती नदी पर पानी काफी अधिक बढ़ जाने के कारण रतगांव के ग्रामीणों का पैदल आवागमन भी बंद हो गया था। पैदल आवागमन की दिक्कतों को देखते हुए रतगांव के ग्राम प्रधान एमएस फर्स्वाण के नेतृत्व में बुधवार से गांव के ग्रामीणों ने श्रमदान के जरिए प्राणमती नदी पर लकड़ी का अस्थाई पुल बनाना शुरू कर दिया और गुरुवार को अस्थाई पुल बना कर उसमे आवागमन शुरू कर दिया हैं,जिस पर क्षेत्रीय लोगों ने राहत की सांस ली हैं। इधर लोनिवि थराली के अधिशासी अभियंता दिनेश मोहन गुप्ता ने बताया कि रतगांव के लिए इलैक्ट्रिकल ट्राली स्थापित किये जाने की कार्रवाई गतिमान है जल्द ही वहां पर ट्राली स्थिति कर दी जाएगी। ताकि ग्रामीणों को होने वाली परेशानियों से बचाया जा सकता हैं। बताया कि डुंग्री-रतागांव मोटर सड़क पर प्राणमती में बहें वैलीब्रज के स्थान पर नये वैलीब्रिज का निर्माण करवाने की भी कार्रवाई गतिमान हैं। लोनिवि के सहायक अभियंता जेके टम्टा ने बताया कि डुंग्री-रतागंव मोटर सड़क को डुंग्री से डाडरबगड़ ढाई किलोमीटर तक खोल दिया गया हैं।