रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट।
थराली। एक बार फिर से लगातार दूसरे दिन प्राणमती में आए जलजले ने थराली -पैनगढ़ मोटर सड़क पर निर्माणाधीन बैलीब्रज के एंकर टावर को बहा कर ले गया। जिससे बैलीब्रज नदी में जा गिरा है। वही नदी ने रूख बदलने के चलते इसी मोटर सड़क की दो मीटर स्पान की पुलिया एवं सड़क एक लंबे हिस्सें में सड़क प्राणमती नदी में समा गई हैं। प्राणमती नदी का काफी मलवा बोल्डरों के पिंडर नदी में जाने के कारण पिंडर नदी के बहाव में भी परिवर्तन आ गया है। जिससे तमाम तरह की आशंकाएं पैदा हो गई है। जबकि इसी नदी पर निर्मित 4 किलोवाट के उरेडा के पावर हाउस पर भी खतरे के बादल मंडराने लगे हैं।सोल क्षेत्र के डाडरबगड़ में भी नदी लगातार अपना रूख बदल रही हैं जिससे यहां के मकानों, दुकानों को भी खतरा बनने लगा हैं। शनिवार की देर रात भैकलताल,ब्रहमताल के बुग्यालों में बादल फटने एवं तेज बारिश होने के कारण अचानक लगातार दूसरे दिन भी प्राणमती नदी का जल स्तर काफी अधिक बढ़ गया, नदी ने सोल क्षेत्र के डाडरबगड़ से लेकर संगम स्थल पिंडर नदी तक कई स्थानों पर अपना रूख बदल दिया हैं। थराली में थराली -पैनगढ़ मोटर सड़क पर नदी ने रूख बदलते हुए निर्माणाधीन बैलीब्रज के थराली गांव की ओर बने एंकर टावर को बहा दिया हैं, जिससे बैलीब्रज नदी में गिर गया हैं। जिस स्थान पर बैलीब्रज का निर्माण किया जा रहा था नदी ने रूख बदलते हुए थराली गांव की ओर कर दिया हैं, जिससे इस सड़क पर बनी दो मीटर स्पान की पुलिया एवं सड़क नदी में समा गई हैं। नदी के कारण 400 किलोवाट की बिजली के पावर हाउस एवं अन्य आवासीय भवनों को भारी खतरा बन गया हैं। प्राणमती नदी के तेज बेग ने पिंडर नदी को भी धकेल दिया हैं। नदी का रूख बदलने के कारण थराली गांव की जहां सैकड़ों नाली कृषि भूमि नदी की भेट चढ़ चुकी हैं। वही यहां पर स्थित शिव मंदिर में भारी मात्रा में मलवा भर गया हैं। उधर डुंग्री-रतगांव मोटर सड़क को डाडरबगड़ के आसपास भारी नुकसान हुआ हैं। प्राणमती के उद्गम से लेकर संगम स्थल तक भारी क्षति पहुंची है। थराली -पैनगढ़ मोटर सड़क पर प्राणमती में बनाएं जा रहें 150 फीट लंबे बैलीब्रज के एंकर टावर के के बहने के कारण बैलीब्रज नदी में गिर गया है। उसके कुछ पार्ट भी नदी में बह गए हैं। बैलीब्रज के दोनों अपटमैंट सुरक्षित हैं।नदी का रूख बदलने के चलते पूरी नदी दूसरी ओर चली गई हैं।इस सड़क पर निर्मित दो मीटर लंबी आरसीसी पुलिया एवं बड़ी तादाद में दिवाले बह गई हैं। जिससे इस सड़क को जल्द यातायात के लिए खोलने की संभावना क्षीण हो गई है। लोनिवि थराली के अधिशासी अभियंता दिनेश मोहन गुप्ता ने भी इस स्थान का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।उधर नंदादेवी राजजात राजमार्ग थराली -देवाल-वांण किमी 35 में सड़क कटा के कारण बंद पड़ी हुई हैं। देवाल विकास खंड के अंतर्गत देवाल -खेता मोटर सड़क भूस्खलन प्रभावित सुयालकोट में पिछले दो दिनों से एवं मानमती -चोटिंग सड़क किमी 3 में यातायात के लिए बंद पड़ी हुई हैं। जिन्हें खोलने के प्रयास जारी हैं। जल्द ही इन सड़कों को यातायात के लिए खोल दिया जाएगा।