कमल बिष्ट/उत्तराखंड समाचार।
कोटद्वार। श्री गोपाल गौलोक धाम सेवा संस्थान कोटद्वार के तत्वावधान में पांच दिवसीय श्रीराम कथा धेनुमानस गौ टीका के द्वितीय दिन महाराज संत गोपाल मणि ने गाय की महिमा के बारे में विस्तार से बताया। गोबिंद नगर वेडिंग प्वाइंट में आयोजित कथा में बोलते हुए संत गोपाल मणि महाराज ने कहा कि गाय को गोमाता के रूप में मानना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को गाय को पशु के रूप से माता की संज्ञा देनी चाहिए। इस धेनु में सम्पूर्ण देवता वास करते है तो यह धेनु पशु कैसे कहलाएगी। हमारी यह धार्मिक लड़ाई है कि गाय को पशु से निकलकर माता की संज्ञा दी जाय। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कथा में चाहे श्रीराम कथा हो या शिवपुराण सब में गाय का विषय आता है। इससे पूर्व एक प्रेसवार्ता भी की गयी। कथा में बड़ी संख्या में पुरूष व महिलायें शामिल हुई।
इस अवसर पर गोपाल कृष्ण अग्रवाल, महावीर सिंह रावत, राजेन्द्र जखमोला, कैलाश चन्द्र अग्रवाल, जसपाल सिंह रावत, गिरीश जखमोला, राजेंद्र पुरोहित, अनुसूया मुंडेपी, सर्वेश्वरी किमोठी आदि सदस्य शामिल हुए।