पिथौरागढ। श्रीराम मूर्ति मेडिकल कॉलेज भोजीपुरा बरेली में कार्यरत ऋषभ कुमार का जिला मुख्यालय में अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। ऋषभ कुमार मेडिकल कॉलेज बरेली में मार्केटिंग मैनेजर हैं, उन्हें कुमाऊँ मंडल का दायित्व दिया गया है। खास बात यह है कि सीमांत जनपद पिथौरागढ से राममूर्ति अस्पताल में रैफर किए गए मरीजों के वह अत्यंत सराहनीय कार्य कर रहे हैं। पिछले एक महीने में ही वह अत्यंत जरूरतमंद 68 मरीजों की सहायता कर चुके हैं। पिथौरागढ समेत कुमाऊँ मंडल के विभिन्न अस्पतालों से रैफर हो रहे मरीजों के लिए ऋषभ जी ने 24×7 समय उपलब्ध रहने का आश्वासन दिया है। जिला मुख्यालय पिथौरागढ स्थित होटल श्रेष्ठ में एक शानदार कार्यक्रम में उन्हें विभिन्न संगठनों ने स्मृतिचिन्ह और शाल भेंटकर सम्मानित किया। समारोह की अध्यक्षता करते हुए सीनियर सिटीजन वैलफेयर सोसाइटी के जिलाध्यक्ष टीडी भट्ट ने कहा कि सीमांत जनपद पिथौरागढ से कई लोग राममूर्तिअस्पताल जाते हैं, वहां पर उनको मदद की बहुत आवश्यकता होती है। जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह वल्दिया, संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गिरधर सिंह बिष्ट, मनरेगा लोकपाल जगदीश कलौनी, प्रगतिशील किसान, पूर्व सैनिक सुन्दर सिंह अन्ना, इफको आंवला बरेली के पूर्व वरिष्ठ महाप्रबंधक राम सिंह, खडकोट के पूर्व सभासद किशन खड़ायत, फार्मेसिस्ट ऐसोशिएसन के दीपक पांडेय पूर्व रजिस्ट्रार केएस भाटिया आदि ने विचार रखे। इस अवसर पर ऋषभ कुमार ने कहा कि रैफरल लेटर पर चिकित्सक का कोड दर्ज न होना, हस्ताक्षर न होना, मुहर न लग पाना, कोई सूचना दर्ज न हो पाना मरीज और उनके तीमारदारों के लिए बहुत परेशान कर देता है। कहा कि रिफर होने से पहले यदि उन्हें सूचना मिल जाएगी तो मरीज की पूरी चिकित्सकीय सहायता आसानी से संभव है। आपात सेवा समिति के प्रमुख सहयोगी राजेन्द्र चिल्कोटी ने कहा कि रैफरल मरीजों को आयुष्मान कार्ड का लाभ दिलाने के लिए सर्वर डाउन होने अथवा आनलाइन पंजीकरण न होने की स्थिति में मरीजों को बहुत कठिनाई होती है, उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसी स्थिति में आयुष्मान विभाग देहरादून को मेल कर मरीजों को लाभ मिलना चाहिए। ऋषभ कुमार ने इस प्रकरण पर शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया। समारोह के आयोजक बी पॉजीटिव हैल्प लाइन के सदस्यों ने कहा कि रैफरल लेटर कई गलतियों को लेकर शीघ्र इन मामलों को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता की जाएगी। समारोह का संचालन जगदीश कलौनी ने किया।