हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
थराली/ग्वालदम। ग्वालदम बाजार के पास वन विभाग के कब्जे वाली भूमि पर पार्किंग बनाने को लेकर स्थानीय नागरिक एवं वन विभाग आमने-सामने आ गया हैं। दरअसल पर्यटन नगरी ग्वालदम में लंबे समय से पार्किंग की स्थानीय लोगों के द्वारा मांग की जाती रही हैं। लगातार प्रयासों के बाद मुख्यमंत्री घोषणा के तहत ग्वालदम में पार्किंग निर्माण की स्वीकृति मिली। जिस पर स्थानीय नागरिकों की पहल पर मुख्य मार्केट में वर्षों से वन विभाग के कब्जे वाली जमीन पर पार्किंग बनाने की पहल करनी शुरू कर दी।इसकी भनक जैसे ही वन विभाग को लगी तो बुधवार को मध्य पिंडर रेंज थराली के रेंजर मनोज देवराड़ी, डिप्टी रेंजर कंचन सिंह बिष्ट,वन दरोगा खीमानंद खंडूडी ग्वालदम पहुंचें प्रस्तावित पार्किंग की भूमि को वन विभाग की भूमि बताते हुए कहा कि लंबे समय तक इस स्थान पर वन विभाग का लीसा डिपो रहा। इसके अलावा इस स्थान पर वन विभाग की नई चौकी के भवन निर्माण के लिए भी प्रस्तावित हैं। जिस पर ग्वालदम के नागरिकों व व्यापारियों की काफी देर तक वन विभाग की टीम से तीखी बहस होती रही। इस दौरान मौके पर मौजूद ग्वालदम के राजस्व उपनिरीक्षक मनीष रावत ने बताया कि यह भूमि राजस्व अभिलेखों में वन विभाग के नाम दर्ज नहीं है। इस दौरान दौरान थराली के निवर्तमान ज्येष्ठ प्रमुख थराली महावीर शाह, निवर्तमान प्रधान हीरा सिंह बोरा , पर्यटक व्यवसाई खिलाप शाह , प्रद्युम्न शाह, हरीश फर्स्वाण, गुलाब सिंह रावत, दयाल मिश्रा समेत कई व्यापारी एवं आम लोगों ने मुख्य बाजार में ही पार्किंग बनने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने की प्रशासन से मांग की हैं।