डोईवाला (प्रियांशु सक्सेना)। एसडीआरएफ वाहिनी जौलीग्रांट में इंडियन रेस्क्यू एकेडमी (आईटीयूएस) द्वारा आयोजित मेडिकल फर्स्ट रिस्पोंडर कोर्स का समापन हो गया। इंडियन रेस्क्यू एकेडमी द्वारा निर्धारित किये गए ट्रेनिंग कैलेंडर के क्रम में 11 नवंबर से वाहिनी मुख्यालय जौलीग्रांट में मेडिकल फर्स्ट रेस्पांडर का 21 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया गया। जिसमें एसडीआरएफ वाहिनी के 40 जवानों द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में आईटीयूएस के प्रशिक्षकों द्वारा एसडीआरएफ के जवानों को प्राथमिक उपचार, सीपीआर, चोकिंग, आग से जलने के दौरान प्राथमिक उपचार, इंप्रोवाइज्ड स्टेचर बनाना, विक्टिम लिफ्टिंग मूविंग पेशेंट व ऑटोमैटेड एक्सटर्नल डेफिब्रीलेटर (एईडी) की महत्वपूर्ण जानकारी दी गई और अभ्यास कराया गया। बता दे कि विगत माह पुलिस महानिरीक्षक रिधिम अग्रवाल व सेनानायक अर्पण यदुवंशी द्वारा राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) की ओर से आईटीयूएस स्पोर्ट्स एंड सेफ्टी प्राइवेट लिमिटेड पुणे के मध्य समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किये गये थे। उन्होंने कहा कि यह न केवल राज्य बल्कि आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में पूरे देश के लिए एक मिसाल बनेगा। इसके सहयोग से एसडीआरएफ के जवानों को अत्याधुनिक प्रशिक्षण के साथ-साथ तकनीकी कौशल में भी बढ़ोतरी मिलेगी।