डोईवाला (प्रियांश सक्सेना)। एसडीआरएफ वाहिनी मुख्यालय जौलीग्रांट में सेनानायक अर्पण यदुवंशी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मासिक सम्मेलन लिया। सम्मेलन में उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों के आवासीय, भोजन व्यवस्था, उपकरणों की स्थिति तथा अन्य व्यक्तिगत, सामूहिक समस्याओं के संबंध में जानकारी ली और कम से कम समय में समस्याओं का त्वरित निदान करने के निर्देश दिए। वहीं राज्य भर में एसडीआरएफ भवनों के निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए समय से प्रभावी पैरवी के लिए निर्देशित किया। सेनानायक ने बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान एसडीआरएफ कार्मिकों द्वारा कुशलतापूर्वक कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए हजारों श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम व सुरक्षित बनाया है जो कि उल्लेखनीय है। चारधाम यात्रा के दौरान यात्रा मार्गों में नियुक्त एसडीआरएफ की टीमों द्वारा पांच हजार से अधिक श्रद्धालुओं को प्राथमिक चिकित्सा दी गई और 1500 से अधिक श्रद्धालुओं को स्ट्रेचर के माध्यम से नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया। इसके अलावा 600 से अधिक श्रद्धालुओं को त्वरित कार्रवाई करते हुए ऑक्सीजन देकर मदद की है। यात्रा के दौरान कई बार यात्रियों के नदी किनारे या ग्लेशियर में फंस जाने पर उन्हें रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया गया। पूरी यात्रा के दौरान एसडीआरएफ द्वारा नदी किनारे फंसे लगभग 40 लोगों व विभिन्न ट्रेक पर फंसे 20 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। एसडीआरएफ कार्मिकों से चारधाम यात्रा के दौरान प्राप्त अनुभवों का फीडबैक भी मांगा गया है जिससे यात्रा ड्यूटी में सामने आई कठिनाइयों को दृष्टिगत रखते हुए आगामी चारधाम यात्रा में इम्प्रोवाइज किया जाएगा। सेनानायक अर्पण यदुवंशी ने कहा कि वर्तमान समय में चूंकि चारधाम यात्रा समाप्त हो चुकी है इसलिए राज्य भर में आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों के लिए जन जागरूकता अभियानों में और तेजी लाई जाएगी। जनजागरूकता अभियानों के माध्यम से अधिक से अधिक ग्रामीणों स्कूली छात्र-छात्राओं, स्वयंसेवकों को आपदा से बचाव के प्रति जागरूक किया जाएगा। इस वर्ष विभिन्न स्थानों पर चलाये गए अभियानों के माध्यम से वर्तमान समय तक 20 हजार से अधिक लोगों को जागरूक किया जा चुका है। उन्होंने जानकारी साझा करते हुए कहा कि वर्ष 2024 में वर्तमान समय तक लगभग 950 रेस्क्यू ऑपरेशन के माध्यम से लगभग 32,000 लोगों को रेस्क्यू किया गया है एवं विभिन्न घटनाओं में मृत लगभग 430 शवों को जिला पुलिस, परिजनों को सौंपा गया। इस दौरान उपसेनानायक स्वपन किशोर सिंह, शुभांक रतूड़ी, राजीव रावत, प्रमोद रावत, कवीन्द्र सजवाण, जगदम्बा प्रसाद आदि उपस्थित रहे।