(लक्ष्मण सिंह नेगी )पंच बद्री में एक महत्वपूर्ण बद्री भविष्य बद्री है जो प्राकृतिक सौंदर्य का भरपूर लबालब बना हुआ है यहां वर्षवर आप दर्शन कर सकते हैं। यहां के बारे में कई कहानियां विद्यमान है ऐसी मान्यता है कि जब भगवान बद्री विशाल का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा उसके बाद बद्रीनाथ की पूजा भविष्य बद्री में ही होगी। लोकमान्यताओं एवं शास्त्रों में भी वर्णन दिया गया है वर्णन एक मान्यता है कि जोशीमठ में भगवान नरसिंह देवता की शालिग्राम की मूर्ति का एक हाथ काफी पतला हो चुका है और ऐसी मान्यता है कि जब यह हाथ खंडित हो जाएगा तो भगवान बद्री विशाल का अस्तित्व भी समाप्त हो जाएगा। भविष्य बद्री एक पर्यटन की दृष्टि से एक नया डेस्टिनेशन विकसित हो रहा है यहां पर आजकल सुंदर बर्फ पड़ी हुई है और यहां कई तीर्थ यात्री दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। यह स्थान बड़ा अलौकिक और सौंदर्य पूर्ण प्रकृति का पर भंडार इस क्षेत्र में भरा हुआ है सैकड़ो प्रकार की जड़ी बूटियां मंदिर के पीछे के हिस्से में हिमालय देवदार का जंगल का दृश्य बड़ा दिलकश नजरों से भरा रहता है यहां आने वाले पर्यटकों के लिए अब सुविधाओं से भरपूर है पहले यहां 7 किलोमीटर से भी अधिक पैदल दूरी सलधार से तय कर पहुंचना पड़ता था अब तपोवन से 10 किलोमीटर मोटर कार जीप से यहां पहुंचा जा सकता है यहां रुकने के लिए स्थानीय ग्रामीणों ने सुंदर होमस्टे निर्मित किए हैं जो सस्ते दर में मिल जाते हैं और यहां के स्थानीय उत्पादन नाश्ते एवं भोजन के साथ मिलते हैं आप अपना यदि ज्योतिरमठ औली घूमने का प्लान कर रहे हैं तो 1 दिन का भविष्य बद्री के लिए भी अपना प्लान रख सकते हैं और यहां आपको रास्ते में तपो पवन से आगे गर्म पानी का स्रोत भी मिलेगा जो भविष्य बद्री के रास्ते से थोड़ी आगे हैं और आप भविष्य बद्री के साथ चिपको आंदोलन की जननी गौरा देवी का गांव रानी भी दर्शन कर सकते हैं।