जोशीमठ/चमोली। सेवा इंटरनेशनल एनजीओ के द्वारा फ्यूंली कौथिक का आयोजन जनपद चमोली में हर वर्ष किया जाता है इस वर्ष भी इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जहां महिला संगठन बढ़ चढ़कर भाग लेते हैं वहीं समाज के कुछ चुनिंदा लोगों को महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने के लिए सम्मानित किया जाता है कल एक कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया जिसमें उर्गम घाटी के अंतर्गत देवग्राम पंचायत के वांसा गांव में निवास करने वाली गीरा आंगनबाड़ी केंद्र की शिक्षिका दुर्गावती रावत को पर्यावरण एवं शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। दुर्गावती रावत के द्वारा बचपन से ही समाज सेवा के कार्य में अपना अमूल्य सहयोग दिया जाता रहा है नेहरू युवा केंद्र चमोली के साथ मिलकर 1997 में राष्ट्रीय सेवा कर्मी के रूप में अपनी सेवा दी उसके बाद 2 वर्षों तक जनदेश सामाजिक संगठन के साथ मिलकर समाज सेवा का काम किया उसके बाद अपनी पारिवारिक जीवन में लग गई कुछ समय के बाद अपने गांव मेंआंगनबाड़ी की शिक्षा बनी किंतु बालवाड़ी शिक्षण कार्य के साथ-साथ पर्यावरण शिक्षा का अपना काम करती रही अपने ही 30 नाली के बंजर भूमि में चारापत्ती के लिए 1000 वांज के पौधों का रोपण किया इस कार्य में वन विभाग के द्वारा भी सहयोग किया गया किंतु देखरेख और नई पौध लगाने का काम दुर्गावती व उसके परिवार के सदस्यों के द्वारा किया जाता रहा जिससे यहां पर हरियाली लौटने में बड़ी कामयाबी मिली है दुर्गावती बताती है कि हमारे प्रयास से अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिलती रही है हमारे गांव में जनदेश सामाजिक संगठन के द्वारा सामुदायिक रूप से वनीकरण किया जाता रहा है इन सब से हमें प्रेरणा मिलती रही जल संरक्षण जैविक खेती की कार्यक्रमों को हम बढ़ावा देते रहे हैं वह बताती है की सेवा इंटरनेशनल के द्वारा मुझे यह सम्मान दिया गया मैं उन लोगों का धन्यवाद करती हूं और भविष्य में अपने काम को आगे बढ़ते रहूंगी आंगनबाड़ी शिक्षिका के नाते हम लोग पोषण स्वास्थ्य टीकाकरण को भी मजबूती से आगे बढ़ते हैं और लोगों को भी प्रेरित करने का काम करती हूं।