कमल बिष्ट/कोटद्वार। डॉ० पीतांबर दत्त बड़थ्वाल हिमालयन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोटद्वार के हिंदी विभाग एवं साहित्य भारती के द्वारा आइ.क्यू.ए.सी.के संयुक्त तत्वावधान में हिमवंत कवि चंद्र कुंवर बर्त्वाल की जयंती मनाई गई। जिसमें छात्र- छात्राओं के द्वारा बर्त्वाल जी की कविताओं का वाचन किया गया।महाविद्यालय की संरक्षिका प्रोफेसर जानकी पंवार ने मां शारदे के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। प्राचार्य मैम ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर के साथ-साथ स्थानीय साहित्यकारों, जिनका हिंदी साहित्य में विशेष योगदान रहा, के विषय में भी जानकारी होना अति आवश्यक है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया।विभाग प्रभारी एवं कार्यक्रम की संयोजक डॉ० शोभा रावत ने पीपीटी के माध्यम से हिमवंत कवि चंद्र कुंवर बर्त्वाल के जीवन, रचनाओं एवं मात्र 28 वर्ष की अल्पायु होने पर भी साहित्य में उनके अनमोल योगदान के विषय में छात्र छात्राओं को अवगत कराया। साथ ही बताया कि समीक्षकों द्वारा बर्त्वाल जी को हिंदी साहित्य के कीट्स, हिंदी सहित्य के कालिदास एवं हिमवंत कवि की उपमा दी गई। डॉ० सुमन कुकरेती ने छात्र-छात्राओं को बर्त्वाल जी की रचनाओं के विषय में अवगत कराया। डॉ० विजयलक्ष्मी ने कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए कवि चंद्र कुंवर बर्त्वाल के जीवन एवं रचनाओं से अवगत कराया। इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया।