रिपोर्ट – सत्यपाल नेगी /रूद्रप्रयाग.
रूद्रप्रयाग: जहां एक तरफ पूरे उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में लगातर वनाग्नि की घटनाएं बढ़ती जा रही है,,तो वही अब कुछ शरारती तत्वों द्वारा विश्व प्रसिद्ध श्री केदारनाथ घाटी के महत्त्वपूर्ण क्षेत्र में भी आग लगाने की घृणित साजिश शुरू कर दी गई थीं,मगर वन विभाग की टीम का मौके पर होने से आग पर समय रहते काबू पा लिया गया। आपको बताते चलें कि बीते रविवार को ऊखीमठ राजि के रामबाड़ा अनुभाग की टीम प्रभागीय वनाधिकारी केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग गोपेश्वर के साथ सोनप्रयाग-भीमबली भ्रमण पर थी, भ्रमण के दौरान मल्ला कालीफाट कक्ष सं० 3 के स्थान मीठा पानी में 6 व्यक्तियों को वन में आग लगाने का प्रयास करते हुए मौके पर पकड़ा गया। वन कर्मियों द्वारा इनसे पूछताछ की गई जिसमें उनके द्वारा अपना नाम क्रमशःमस्तान सिंह पुत्र बुद्धबल्लभ सिंह,राजेन्द्र खत्री पुत्र मान सिंह, मनोज चंद्र पुत्र रामलाल,देवेन्द्र लाल पुत्र अमरू लाल,शाहिल चंद्र पुत्र विनोद चंद्र सभी ग्राम डंगवाल गांव,तहसील जखोली जनपद रुद्रप्रयाग एवं जयेन्द्र सिंह पुत्र उदय सिंह ग्राम कोटी,पो,तिमली,तहसील जखोली जनपद रूद्रप्रयाग बताया गया। उक्त व्यक्तियों द्वारा लगाई गई आग को तुरन्त ही वन कर्मियों की टीम द्वारा बुझा दिया गया। जिस क्षेत्र में आग लगाई जा रही थी वह वन एवं वन्य जीवों की दृष्टि से अति संवेदनशील क्षेत्र है,यदि वन कर्मियों द्वारा उक्त व्यक्तियों को समय पर आग लगाते हुए नहीं पकड़ा जाता तो वन सम्पदा एवं वन्य जीवों को काफी नुकसान पहुंच सकता था।मौके पर पकडे़ गए उक्त सभी व्यक्तियों के विरूद्ध भारतीय वन अधिनियम 1927 के तहत कार्यवाही की जा रही है। इधर ख़बर सामने आते ही लोगों ने ऐसे शरारती तत्वों पर कडी से कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है, ताकि आगे से कोई भी ऐसी घटिया हरकत ना करें।