फोटो– बदरीनाथ मंदिर के परिक्रमा परिसर मे जमी बर्फ को सिंहद्वार मार्ग से बाहर किया जा रहा है।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। पिछले दो दिनो से मौसम में आए बदलाव के कारण ऊॅचाई वाले क्षेत्रों मे हिमपात तो निचले इलाकों मे मूसलाधार वर्षा के कारण एक बार फिर कडाके की ठंड हो गई है। भारी बर्फबारी के कारण घांघरियाॅ मे वन विभाग का इंटरपिटेशन सेंटर क्षतिग्रस्त हुआ।बदरीनाथ में बर्फ हटाने का कार्य जोरो पर।
इस वर्ष लगातार मौसम की बेरूखी के कारण सीमांत वासी भी खासे परेशान है। बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब-लोकपाल व घाॅधरिया मे ताजे हिमपात के बाद नुकसान की खबरे भी आई है। वन विभाग की टीम ने मौके पर जाकर बर्फबारी से हुई क्षति का आंकलन किया। बर्फबारी से वन विभाग का द्वारा वर्ष 2012-13 मे निर्मित इंटरपिटेशन सेंटर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके अलावा वन विभाग का कर्मचारी आवास भवन-टिनशेड भी क्षतिग्रस्त हुआ है।
क्षति का आंकलन कर लौटे फूलों की घाटी रैजं के भ्यॅूडार सैक्सन के वन दरोगा मोहन लाल ने बताया कि इंटरपिटेशन संेंटर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। उसके अंदर रखा सामान भी क्षतिग्रस्त हुआ है। इसके अलावा विभागीय कर्मचारियों के आवास वाला टिनशेड भी क्षतिग्रस्त हुआ है। उन्होने बताया कि वन विभाग के अलावा स्थानीय होटलो का भी नुकसान हुआ है।
फूलो की घाटी रैंज के रैंज आफीसर बृजमोहन के अनुसार वन विभाग के गश्ती दल द्वारा क्षति की सूचना दिए जाने पर उन्होने संबधित क्षेत्र के वन दारोगा के नेतृत्व मे एक टीम के क्षति के आंकलन के लिए मौके पर भेजा था। उनकी रिपोर्ट प्राप्त हुई है। क्षति का पूर्ण आंकलन तैयार कर विभाग को भेजा जा रहा है। कहा कि इंटरपिटेशन सेंटर मे ही देश-विदेश से आने वाले प्रकृति पे्रमी पर्यटको को संपूर्ण फूलो की घाटी की जानकारी चल चित्र के माध्यम से दी जाती है। और फूलो की घाटी खुलने से पूर्व इसकी मरम्मत बेहद आवश्यक है।
इधर बर्फबारी के कारण बदरीनाथ पंहुचे बदरी-केदार मंदिर समिमि के अग्रिम दल को भी मुश्किलो का सामना करना पड रहा है। मंदिर समिति का अग्रिम दल बीती 14अप्रैल को बदरीनाथ पंहुच गया था। इस दल मे 25मजदूरो के अलावा 15अन्य स्टाफ है। जो बर्फ हटाने व मरम्मत के कार्य मे जुटे है।
मंदिर अभियंता विपिन तिवारी के अनुसार दल के सदस्य मरम्मत कार्य व बर्फ हटाने का कार्य कर रहे है। और अब 25अप्रैल को रंगरोगन के लिए अलग से एक टीम को बदरीनाथ भेजा जोएगा।