फोटो- वन एव पर्यावरण मंत्री डाॅण्हरक सिंह रावत बढ़ते कोविड संक्रमण पर सम्बन्धित अधिकारिक समीक्षा बैठक में निर्देश देते हुए।
कमल बिष्ट।
पौड़ी/श्रीनगर। प्रदेश के वन एवं वन्य जीव, पर्यावरण, श्रम, सेवायोजन, कौशल विकास, आयुष एवं आयुष शिक्षा तथा कोविड 19 जिला प्रभारी मंत्री डाॅण् हरक सिंह रावत ने आज वीर चंद्र सिंह गढ़वाली राजकीय मेडिकल अस्पताल श्रीकोट में जिलाधिकारी गढ़वाल डा0 विजय कुमार जोगदण्डे व संबंधित अधिकारियों के साथ जनपद में कोविड 19 के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु किये जा रहे कार्यो की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने सम्बंधित चिकित्सक से कोवीड डेडीकेटेड अस्पताल में रोगियों के उपचार एवं संपूर्ण सुविधाओं की जानकारी ली।
कोटद्वार अस्पताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति हेतु एएसपी मनीषा जोशी को नोडल अधिकारी नामित किया गया। साथ ही श्रीनगर जनरल वार्ड में गायनी डॉक्टर के शीघ्र नियुक्ति हेतु सचिव स्वास्थ्य को निर्देशित किया गया। वहीं श्रीनगर अस्पताल में एक जनरेटर तथा 1000 लीटर की ऑक्सीजन प्लांट की स्वीकृति दी गई साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। उन्होंने महामारी के चलते स्वास्थ्य उपकरण एवं औषधि के डुप्लीकेसी पर अंकुश लगाने हेतु उपजिलाधिकारी के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा सघन छापामारी अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जनपद में ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। ऑक्सीजन की उपलब्धता बनाए रखने हेतु उन्होंने जिलाधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदंडे को कहा कि रेलवे तथा इंडस्ट्रियल एरिया में उपलब्ध ऑक्सीजन सिलेंडर को संबंधों से समन्वय कर अधिग्रहण करें जिससे कि ऑक्सीजन को लेकर किसी भी प्रकार की जनपद के अस्पताल में दिक्कत ना हो। साथ ही उन्होंने प्राचार्य मेडिकल कॉलेज को निर्देशित किया कि 40 ऑक्सीजन सिलेंडर जिला प्रशासन को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें जिस पर उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी पौड़ी को निर्देशित किया कि 20 सिलेंडर बेस अस्पताल कोटद्वार तथा 20 ऑक्सीजन सिलेंडर जिला अस्पताल पौड़ी को देना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना लक्षण से संदिग्ध रोगियों को अलग वार्ड में रखना सुनिश्चित करेंए ताकि संक्रमण को हद तक फैलने से रोका जा सके। उन्होंने संबंधित चिकित्सकों को कोविड.19 गाइडलाइन के अनुसार सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिया कहा कि किसी किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए।
मंत्री डॉ रावत ने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि उपजिलाधिकारियों की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित करते हुए बाजार में स्वास्थ्य हेतु मिलने वाली उपकरण एवं औषधि की डुप्लीकेसी पर अंकुश लगाया जाय। टीम में सी आे पुलिस व स्वास्थ्य विभाग से एम आे आई सी शामिल रहेंगे। कहा कि यह टीम समस्त मेडिकल स्टोरों में दवाई एवं उपकरणों को लेकर सघन छापामारी अभियान चलाएगी तथा छापामारी में प्राप्त सैंपल जांच करने के लिए भेजेंगे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिस व्यक्ति में ऑक्सीजन की कमी लगती है तो उसे ऑक्सीजन दें तथा सामान्य स्थिति रहने पर उसे आपातकालीन में उपचार देना सुनिश्चित करें। मा0 मंत्री ने मेडिकल कॉलेज को 250 किलोवाट का जनरेटर तथा ऑक्सीजन प्लांट की स्वीकृति प्रदान की है। साथ ही उन्होंने कहा कि अस्पताल में लगभग 300 मरीजों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था की जा रही हैं। जिससे आम जनमानस को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो और इसका लाभ मरीजों को पूर्ण रूप से मिल सकेगा।
उन्होंने अस्पतालों में कंट्रोल रूम से संबंधित डॉक्टर द्वारा आने वाले फोन को प्राप्त कर समस्या के अनुसार स्वास्थ्य उपचार की जानकारी देने के निर्देश दिए। ताकि घर पर भी लोग अपने स्वास्थ्य की उपचार कर सकें । मा0 मंत्री डॉण् रावत ने कहा कि शादियों के लिए कोई प्रतिबंध तो नहीं है लेकिन कोई इस समय शादी टाल सकता है तो वह बेहतर होगा जिससे संक्रमण का खतरा कम रहेगा । उन्होंने आम जनमानस से इस समय एक दूसरे का सहयोग करने की अपील की है।
जिलाधिकारी डॉण् विजय कुमार जोगदण्डे ने संबंधित अधिकारियों को समस्त अस्पतालों में कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिससे मरीजों के परिजन उनका हालचाल फोन के माध्यम से जान सकेंगे। साथ ही उन्होंने कोविड कक्ष में ड्यूटी दे रहे चिकित्सकों को निर्देशित किया कि समय.समय पर मरीजों का हालचाल जानना तथा मरीजों को दवाई समय पर देना सुनिश्चित करें। इसके अलावा जिलाधिकारी ने कहा कि आयुष विभाग के अंतर्गत भी एक कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा जो 24 घंटे संचालित रूप से चलता रहेगा। कहा की संक्रमित मरीज अपने स्वास्थ्य के बारे में चिकित्सकों से जानकारी ले सकेंगे तथा उनके परिजन भी उनकी जानकारी टेलीफोन के माध्यम प्राप्त कर सकेंगे। कहा की जनपद पौड़ी के प्रभारी कोविड मंत्री के निर्देनुसार टीम गठित कर दवाइयों की जांच की जाएगी तथा उसे सैंपल के लिए भी भेजा जाएगा। कहा कि अगर उसमें गलत मिलावट हो रही है तो संबंधित के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाएगी। जिलाधिकारी ने मेडिकल प्राचार्य को निर्देशित किया कि मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बेड़ो की संख्या बढ़ाई जाए तथा अन्य आवश्यक पड़ने पर बड़ों की क्षमता बढ़ाना सुनिश्चित करें। जिससे मरीजों को उसका लाभ मिल सकेगा।
जिलाधिकारी ने संबंधित चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि मेडिकल अस्पताल में आईसीयू वार्डों का कार्य जल्द पूर्ण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कि अस्पताल में कार्य करने वाले मजदूरों को पीपी किटए मास्कए सैनिटाइजर तथा ग्लफ्स आदि आवश्यक सामग्री देना सुनिश्चित करें। जिससे वह अस्पताल में कार्य जल्द पूर्ण कर सकेंगे।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी पौड़ी मनोज शर्मा, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ सी एम एस रावत, उप जिलाधिकारी रविंद्र बिष्ट, सहित संबंधित चिकित्सा अधिकारी उपस्थित थे।