रिपोर्ट . सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
जनपद रुद्रप्रयाग के तल्लानागपुर पट्टी की ग्राम सभा नारी में पांडव नृत्य आयोजन के चलते चक्रव्यूह का सुंदर मंचन किया गया।चक्रव्यूह के दौरान अर्जुन पुत्र अभिमन्यु ने छः द्वारों को ध्वस्त किया।जबकि सातवें द्वार पर दुर्योधन ने वीर अभिमन्यु को गोदी में बैठा कर षणयंत्र के तहत उसका वद्ध किया। इस दृश्य को देखकर दर्शक भी भावुक हो गये।

चक्रव्यूह मंचन के दौरान कौरवों की ओर से रचाये गये चक्रव्यूह के छह द्वारों को अर्जुन पुत्र अभिमन्यु ने आसानी से भेद दिया। किन्तु अंतिम सातवें द्वार पर दुर्योधन और अन्य कौरव दल ने छल करके 16 वर्षीय वीर अभिमन्यु का वद्ध कर दिया। चक्रव्यूह के दौरान अभिमन्यु मरण का दृश्य काफी भावुक रहा।
आयोजन में मुख्य अतिथि कुलदीप रावत ने युवाओं से कहा कि यह मेले खेले सौहार्द का संदेश देते हैं। उन्होंने कहा कि वे जनता की सेवा के लिए सदैव तत्पर हैं।

विशिष्ट अतिथि दिल्ली सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता संजय दरमोड़ा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी हमारी पौराणिक परंपराएं जीवंत हैं। हरेक पहाड़ के व्यक्ति को इन्हें संजोने का प्रयास करना चाहियेएजिससे नई पीढ़ी भी अपनी पौराणिक परंपराओं और रीति .रिवाजों के बारे में जान सके। उन्होंने कहा कि जनता की हरसंभव मदद करने का प्रयास कर रहे हैं।
जिपं उपाध्यक्ष सुमन्त तिवारी ने कहा कि पांडव लीलाएनृत्य आदि के आयोजन में जिले का विशेष महत्व है। उन्होंने यहां मैदान निर्माण के लिए 2 लाख की धनराशि देने की घोषणा की।
केदारनाथ विधायक मनोज रावत के प्रतिनिधि लक्षमण रावत ने कहा कि पांडव केदारघाटी से होकर ही स्वर्गारोहणी के लिये गये थे। जिसके चलते यह देवभूमि के रूप में जानी जाती है।
चक्रव्यूह मंचन का संचालन अध्यापक बृजमोहन सजवाण ने किया।चक्रव्यूह मंचन में पांडव दल से अभिमन्यु का अभिनय आकाश रावत ने किया। जबकि कृष्ण का पात्र यशवंत रावत, अर्जुन नवीन पैलड़ा ने निभाया। साथ ही कौरव दल में जयद्रथ दिक्षराज रावत, दुर्योधन चरण सिंह, दुश्साशन हर्षवर्धन, द्रौणाचार्य रामकृष्ण मलवाल, लक्ष्मण कुमार गौरव, शल्य विपिन, कर्ण डॉक्टर नागेंद्र रावत, भूरिश्रवा के पात्र का अभिनय राजीव सजवाण ने निभाया।
इस दौरान ग्राम प्रधान नारी दयाल सिंह सजवाण, संजय चौहान, प्रकाश रावत, नारायण सिंह, तेज सिंह, शिशुपाल सिंह, गंभीर सिंह, विक्रम सिंह, मोहन सिंह, ग्राम प्रधान स्यूण्ड अरविंद सहित नारी, खतेणा, सतेरा, स्यूण्ड पोला के ग्रामीण हजारों की संख्या में उपस्थित रहे।












