थराली से हरेंद्र बिष्ट।
श्री नंदा राजजात समिति के सदस्य के तौर पर यात्रा को विश्व विख्यात करने में अहम भूमिका निभाने वाले डॉ डीआर पुरोहित को प्रतिष्ठित राष्ट्रीय संगीत नाट्य अकादमी पुरस्कार के लिए चयन किए जाने पर पिंडर घाटी के नंदा राजजात समिति से जुड़े लोगों ने पुरोहित को बधाई देते हुए कहा उनके द्वारा जिस तरह से श्री नंदा देवी राजजात यात्रा को विश्व विख्यात बनाने के लिए प्रयास किए एवं पहाड़ की लोक संस्कृति को सजाने एवं संवारने का जिस तरह से प्रयास किया है, उससे वें वास्तविक रूप से प्रदान किए जाने वाले पुरस्कार के हकदार हैं।
गढ़वाल विश्वविद्यालय के अंग्रेजी के प्रोफेसर रहें डॉ डीआर पुरोहित की संस्कृति पर विशेष पकड़ हैं। इसके अलावा उन्हें ढोल सागर का भी काफी बेहतरीन ज्ञाता माना जाता हैं। गत दिनों उन्हें राष्ट्रीय संगीत नाट्य अकादमी के द्वारा इस वर्ष के पुरस्कार के लिए चुना गया हैं।डॉ पुरोहित के द्वारा पहाड़ की लोक संस्कृति को सजाने एवं संवारने का तों कार्य किया ही जा रहा हैं इसके साथ ही श्री नंदा देवी राजजात समिति के सक्रिय सदस्य के रूप में जिस तरह से यात्रा को शिखर पर पहुंचने में अपना योगदान दिया उससे नंदा देवी यात्रा मार्ग के लोग विशेष रूप से कायल हैं।
डॉ पुरोहित को पुरस्कृत के लिए चुनें जाने पर श्री नंदा देवी राजजात यात्रा में सक्रिय भूमिका निभाते आ रहें अधिवक्ता एवं देवाल के पूर्व प्रमुख डीडी कुनियाल, समिति के सक्रिय सदस्य एवं थराली के पूर्व प्रमुख सुशील रावत,जिला पंचायत सदस्य देवी जोशी, राजजात समिति के पृथ्वी सिंह रावत, भूवन हटवाल, नंदन रावत, धनराज रहा, विनोद रावत आदि ने प्रशंता व्यक्त करते हुए कहा कि वास्तव में डॉ पुरोहित इसके वास्तविक हकदार हैं।
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