25 सितम्बर 2025,
कमल बिष्ट/उत्तराखंड समाचार।
कोटद्वार। विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के सहयोग से गुरू शिष्य हस्त शिल्प प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन समाज सेवा एवं शिक्षा समिति द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जिसमें मास्टर ट्रेनर अंजना देवी सोलन कंडाघाट हिमाचल द्वारा महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। दो माह के प्रशिक्षण कार्यक्रम में महिलाओं को पारम्परिक कोस्टर सैट, चपाती बाॅक्स, फ्रूट ट्रे के अलावा विभिन्न वस्तुओं का चीड़ की पत्ती (पिरूल) द्वारा तैयार किया जा रहा है। मास्टर ट्रेनर अंजना देवी ने बताया कि कार्यक्रम में सभी महिलाएं उत्साहपूर्ण कार्य कर प्रशिक्षण ले रहीं हैं। बताया कि महिलाएं समाज की रीढ़ हैं जो अपना कीमती समय निकालकर अपनी आर्थिकी को बढ़ाने के लिए महिलाएं इकोफ्रेंडली वर्क कर रही हैं। यह पर्यावरणीय पीरूल द्वारा उत्पाद तैयार कर रोजगार का साधन बनेगा। जिससे आर्थिकी को बल मिलेगा तथा प्राकृतिक उत्पाद से बनी वस्तुओं से पर्यावरण को कोई खतरा नहीं होगा,
उन्होंने कहा कि वह हरियाणा, हिमांचल, और अब उत्तराखण्ड की महिलाओं को स्वालम्बी बनाने के लिए रोज़गार परक प्रशिक्षण दे रही हैं इससे मातृशक्ति स्वरोजगार अपनाकर आर्थिक रूप से शसक्त बन सकेंगी।
कहा कोटद्वार में प्रशिक्षण के दौरान उत्साहित होकर प्रशिक्षण लेने में महिलाएं विशेष रूचि दिखा रही हैं।
इस अवसर पर कार्यशाला में रजनीश रावत, पवन कुमार, कु० स्वाति, कु० मानसी, रोशनी, मधु रावत, सरोज बिष्ट, प्रियतमा चौधरी, रजनी, शशि आदि मौजूद रहे।












