फोटो- श्री बदरीनाथ धाम मे स्थापित पायस वेस्ट मशीन।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ।
बदरीनाथ धाम मे अब भगवान को अर्पित किए जाने के बाद इधर-उधर विखरी तुलसी मालाएं, फूल व पत्तियाॅ आदि जैविक कूडे को नष्ट नही किया जाऐगा, अब ’’पायस वेस्ट मशीन’’ इस वेस्ट मटीरियल से राख तैयार करेगी, जो धूप व अगरबत्ती बनाने मे प्रयोग किया जाऐगा।
लाॅक डाउन के वावजूद नगर पंचायत बदरीनाथ ने कूडा बेचकर 41हजार 5सौं रूपये की आय अर्जित की।
भू-वैकुठं धाम श्री बदरीनाथ मे कूडा प्रबन्धन को लेकर विशेष कार्यो को धरातल पर उतारा जा रहा है, नगर पंचायत बदरीनाथ द्वारा जहाॅ करीब एक करोड की लागत से ट्रैचिंग ग्राउण्ड का कार्य कराया जा रहा है,वही इस ट्रैचिंग ग्राउण्ड मे कूडे से खाद बनाने वाली मशीन जिसकी लागत करीब डेढ करोड रूपया है, बदरीनाथ पंहुच गई है। इसके अलावा श्री बदरीनाथ मंन्दिर मे चढने वाली तुलसी मालाएं, फूल व पत्तियाॅ आदि जैविक कूडे के खास प्रबन्धन के लिए नगर पंचायत बदरीनाथ द्वारा माणा बस अडडे के समीप ’’पायस वेस्ट मशीन’’ स्थापित कर ली गई है,जो इस जैविक कूडे से राख तैयार करेगी और यह राख धूप व अगरबत्ती बनाने हेतु प्रयोग मे लाई जाऐगी।
नगर पंचायत बदरीनाथ के ईओ सुनील पुरोहित के अनुसार प्रसाद योजना के तहत श्री बदरीनाथ धाम मे डेढ करोड की मशीन स्थापित की जा रही है, जो कूडे से खाद तैयार करेगी, इसके अलावा प्रसाद योजना के तहत ही 35लाख लागत की पायस वेस्ट मशीन स्थापित कर ली गई है, जो मंन्दिर परिसर से एकत्रित जैविक कूडे से राख तैयार करेगी।
ईओ श्री पुरोहित ने बताया कि कोरोगा संक्रमण काल के दौरान जबकि श्री बदरीनाथ धाम मे यात्रा शुरू नही हुई वावजूद इसके नगर पंचायत द्वारा दो महीनों मे कूडा बेचकर 41हजार 5सौ रूपयें की आय प्राप्त की।











