थराली से हरेंद्र बिष्ट।
पिछले 18 घंटों से अधिक समय तक पिंडर घाटी में बिजली आपूर्ति ठप रहने के कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बिजली आपूर्ति ठप पड़े रहने के कारण आम जनता के तमाम जरूरी कामों पर विपरीत प्रभाव पड़ा।
गुरुवार की देर सायं करीब 4 बजे से पिंडर घाटी में अचानक बिजली गुल हो गई। बताया जा रहा है कि इन दिनों सीमा सड़क संगठन के द्वारा कर्णप्रयाग-ग्वालदम मोटर सड़क का नारायणबगड़ से नवगांव के बीच सड़क का चौड़ीकरण एवं सुधारीकरण का काम किया जा रहा है। जिसमें डीजीबीआर के द्वारा बेतहाशा रूप से पहाड़ियों को तोड़ने के लिए ब्लास्टिंग की जा रही है। ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने बताया कि सिमली से लेकर नारायणबगड़ तक 33 केवी बिजली लाईन इसी सड़क के आसपास से गुजर रही है। बताया कि ब्लास्टिंग के चलते उछलने वाले पत्थरों बोल्ड़रो के कारण इस लाइन को क्षति पहुंच रही है। ऊर्जा निगम नारायणबगड़ के एसडीओ अतुल कुमार ने बताया कि गुरुवार की देर सायं ब्लास्टिंग के कारण नारायणबगड़ नवगांव के बीच बिजली लाइन के दो स्पानों को काफी क्षति पहुंची है। एक स्पान को तो देर रात तक ठीक कर लिया गया था। किंतु एक स्पान जोकि नदी क्रासिंग हैं उसे दुरस्थ करने में समय लग रहा हैं। बताया कि शुक्रवार को दोपहर तक बिजली की आपूर्ति बहाल कर ली जाएगी।
बताया जा रहा है कि पिछले दो.तीन दिनों से ब्लास्टिंग के कारण 33 केवी बिजली लाइन के तारों के क्षतिग्रस्त होने के कारण बिजली आपूर्ति पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा हैं। बुधवार को भी करीब 5 घंटों से अधिक समय तक बिजली आपूर्ति ठप रही।












