गैरसैंण। रविवार को ग्रीष्म कालीन राजधानी गैरसैंण में प्रदेशप्रधान संगठन उत्तराखंड की चुनावी बैठक जनपद चमोली की प्रधान संगठन अध्यक्ष मोहन नेगी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। बैठक में प्रेदश संगठन के गठन को ले कर चर्चा हुई और चुनाव प्रभारी प्रकाश माहरा और सह प्रभारी बृजपाल रजवार की देख रेख में प्रदेश के 11 जिलों के प्रधान संगठन जिलाध्यक्षों की मौजूदगी में उत्तरकाशी के जिलाध्यक्ष प्रताप रावत ने प्रदेश अध्यक्ष के लिए उधमसिंह नगर के जिलाध्यक्ष भास्कर सम्मल के नाम का
प्रस्ताव किया जिसका अनुमोदन नैनीताल के जिलाध्यक्ष हीराबल्लभ बधानी ने किया जिसका सर्वसमति से ध्वनिमत से समर्थन किया गया। प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के बाद ही सर्वसमति से प्रदेश कार्यकारणी का गठन किया गया।
नैनीताल के मनोहर आर्य को प्रदेश संरक्षक व बागेश्वर के नीरज नेगी को सह संरक्षक तथा देहरादून के मीनू क्षत्रीय, चम्पावत की सरीता अधिकारी व खीमानंद बिनवाल, मनोज पलडिया, हरिद्वारा के रूपेश चौहान, अल्मोडा के नीमादेवी लमगड़ा कुल सात लोगों को प्रदेश उपाध्यक्ष प्रधान संगठन सर्व सहमति से चुना गया।
उत्तरकाशी के प्रताप रावत व चमोली के मोहन नेगी, बागेश्वर के हिमांशु खाती व पिथौड़ागढ़ के कुन्दन सिंह को प्रदेश महांमंत्री और मुकेश जोशी, ललित सुयाल, कृष्णा पाण्डे, शेखर चंद्र दानी, गोपाल तिवाड़ी को प्रदेश सचिव तथा गोवर्धन बरमोला को संगठन सचिव, धीरेंद्र गैलाकोटी को कोषाध्यक्ष, मोहन सिंह देवली को विधिक सलाहकार और उत्तरकाशी के महेंद्र पोखरियाल को प्रवक्ता चुना गया।
बैठक में अध्यक्ष को प्रदेश स्तर के कार्यक्रमों में अध्यक्षता करने और निर्णय लेने तथा उपाध्यक्ष को अध्यक्ष की अनुपस्थिति में अध्यक्ष के दायित्वों के निर्वहन करने की जिम्मेदारी दी गई। इस मौके पर नव निर्वाचित अध्यक्ष ने कहा कि 15 दिनों के अन्दर
प्रदेश कार्यकारणी का विस्तार कर दिया जायेगा। कहा कि प्रदेश में त्रिस्तरीय चुनाव को ले कर एक राज्य एक चुनाव कराने, गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने, पंचायती राज एक्ट को लागू करवाने, जल जीवन मिशन में ठेकेदारी प्रथा पर रोक लगाने, मनरेगा में शोसल ऑडिट संस्था से न कराने की मांग को लेकर संगठन संघर्ष करेगा।