पिथौरागढ़ जिले के डीडीहाट क्षेत्र की पहचान सिराकोट चोटी पर स्थित मलैनाथ मंदिर को लेकर भी है। इस पूरे क्षेत्र में मलैनाथ को ईष्ट देव के रूप में पूजा जाता है। जौरासी क्षेत्र के अंतर्गत लीमा गांव में ग्रामीणों ने अपने अंशदान को जोड़कर अपने ईष्टदेव मलैनाथ का भव्य मंदिर निर्मित किया है। ग्रामीणों ने 50 लाख रुपये से अधिक धनराशि एकत्र कर मलैनाथ मंदिर का निर्माण किया है। जिसमें गांव के लोगों का स्वैच्छिक अंशदान तो है ही पूरे डीडीहाट क्षेत्र के लोगों ने भी अपनी इच्छानुसार सहयोग किया है।
इस भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की गई। महिलाओं ने पूरे गांव में भव्य कलश यात्रा निकाली। ढोल नगाड़ों के साथ ग्रामीणों की सहभागिता रही। पंडितों को बुलाकर होम यज्ञ अनुष्ठान किया गया। अखंड रामायण पाठ कर नए बने मंदिर में मूर्तियों की स्थापना की गई। नगाड़ा वादकों ने नौबत की 36 धुनें बजाकर भक्तिरस भर दिया। नौबत की इस भक्तिरस में ढूबी नगाड़ों की धुन ने पूरे क्षेत्रवासियों को मंदिर में मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा का संदेश दिया।
कुमाउं की परंपरा रही है कि हर सुअवसर पर महिलाएं चांचरी का गायन करती हैं। नव निर्मित मंदिर के इस प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर महिलाओं ने सगुन गीत गाकर परंपरा का निर्वहन किया। इस दौरान गांव के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए और पलायन कर तराई तथा दूसरे क्षेत्र में विस्थापित हो चुके लोग भी इस सुअवसर पर मौजूद रहे।
लीमा गांव से रविंद्र की रिपोर्ट