फोटो-सेवानिवृत हुए प्रधानाचार्य आचार्य मैदुली की विदाई व नवनियुक्त प्रधानाचार्य श्री पन्त का स्वागत करते हुए।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ।
श्री बदरीनाथ वेदवेदांग स्नातकोत्तर संस्कृत महाविद्यालय जोशीमठ के प्रधानाचार्य/सिंद्धान्त ज्योतिषाचार्य आचार्य राम दयाल मैदुली 41वर्षो की लंबी सेवा के बाद शनिवार को सेवानिवृत हुए। इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार ने आचार्य मैदुली को भावभीन विदाई देते हुए उनके द्वारा विद्यालय हित मे किए गए कार्यो को आगे बढाने का संकल्प लिया।

महाविद्यालय परिवार द्वारा आयोजित विदाई समारोह को संबोधित करते हुए आचार्य श्री मैदुली ने कहा कि उन्होने विद्यालय को सिर्फ नौकरी का माध्यम नही माना,ब्लकि विद्यालय के चहुमुखी विकास के लिए जो भी संभव हो सकता था करने का प्रसास किया, उनका कहना था कि उन्होने वर्ष 1972 मे कक्षा छठी मे प्रवेश लिया, और अध्ययन के उपरांन्त इसी विद्यालय मे सेवा का अवसर मिला। श्री मैदुली ने कहा पचास वर्षो से अधिक समय तक जिस विद्यालय से निरन्तर जुडाव रहा हो, उस विद्यालय को जीवन पर्यन्त नही भूल सकूगां और आगे भी विद्यालय के हित भी जो भी सहयोग की अपेक्षा होगी उसे निभाने का भरसक प्रसास करूंगा।
इस मौके पर नव नियुक्त प्रधानाचार्य अरविन्द प्रकाश पन्त ने विद्यालय परिवार की ओर से आचार्य मैदुली को विदाई देते हुए कहा कि एक लंबे समय तक इस विद्यालय के मार्गदर्शक के रूप मे जो सेवाएं व विकास के लिए जो योगदान दिया है, उसे आगे बढाने का प्रसास किया जाऐगा। इस मौके पर सेवानिवृत हुए प्रधानाचार्य को अध्यापकर गणों व कर्मचारियों द्वारा स्मृति चिन्ह, गुलदस्ता भेंट कर शाॅल ओढाकर सम्मानित किया गया।
विदाई समारोह मे नवनियुक्त प्रधानार्चाय अरविन्द प्रकाश पंन्त के अलावा वाणी विलाश डिमरी, श्रीकृष्ण मैठाणी, रेखा साह, गौर सिंह खत्री, देवी प्रसाद भटट, डा0प्रदीप सेमवाल, द्रवेश्वर प्रसाद थपलियाल, प्रदीप पुरोहित, जगदीश जोशी, नीरज कोटवाल के अलावा पुष्पा कपरूवाण, अनिता उनियाल,सरिता भंडारी, मनोरमा नंबूरी, अनीता कपरूवाण, योगिता चैहान, विक्रम सिंह नेगी, सुभाष पंवार व गोविन्द सिंह भंडारी आदि मौजूद रहे।
विदाई समारोह के उपरांन्त महाविद्यालय परिवार के सभी शिक्षको/कर्मचारियों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सेवानिवृत हुए प्रधानाचार्य आचार्य श्री मैदुली को उनके निवास तक पंहुचाया ।