रिपोर्ट. सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
दिल मे कुछ करने का जज्बा हो तो कोई भी काम कठिन नही होता…..
जनपद रुद्रप्रयाग के विकास खण्ड अगस्त्यमुनि की ग्राम पंचायत कोठगी के युवा राजेंद्र सिंह बेरोजगारों के लिए स्वरोजगार की नायब मिसाल दे रहे हैं।
जी हॉ आपको बताते चले कि कोठगी गाँव के राजेंद्र सिह इससे पहले होटल व्यवसाय से मुम्बई में नोकरी करते थे, कोरोना महामारी के चलते जब पूरे देश में लॉकडाउन लगा तो इनको वापस अपने गाँव आना पड़ा। कोविड-19 के चलते पूरे साले बेरोजगारी झेलनी पड़ी।
राजेंद्र सिंह का कहना है कि प्रवासियों के लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत मैंने भी 3 लाख का ऋण मुर्गी वाडा हेतु आवेदन किया, मगर फाइल बनते बनते मात्र 2 लाख ही स्वीकृत हुए।
हालाकि इस मुर्गी बाड़ा को बनाने में 4.5 लाख का खर्चा लगा है। काफी परेशानियों को झेलने के बाद 2 लाख का ऋण ही पास हो सका।
हम आपको तस्वीरे दिखा रहे है राजेंद्र सिह की कड़ी मेहनत की…….
आज इनके पास 450 बड़े व छोटे मुर्गिया हैं, लगभग 700 से 800 के करीब बिक चुके हैं। राजेंद्र सिह एक गरीब परिवार से आते हैं मगर इनकी ईमानदारी व कुशल व्यवहार व मेहनती होने का परिणाम है कि इन्होंने एक बड़ी सोच व चुनौती को लेकर मुर्गी पालन का व्यवसाय शुरू करके उन सभी बेरोजगारों को मिसाल देने का काम किया है, जो केवल फ्री की व दूसरों के सहारे बैठे.बैठे खाने के आदी हो चुके हैं।
राजेंद्र सिह का कहना है कि मुर्गियों का चारा भी बहुत महँगा आता है 2100 रुपया 50 किलो का एक कट्टा, जबकि 200 बडी मुर्गिया 1 कट्ठा एक दिन में खा जाते हैं। इनकी माने तो बहुत बड़ी चुनोती है ये काम लेकिन हिम्मत रखते हुए कोशिश जारी है।
जब हमने इनसे आर्थिकी के बारे में जानने की कोशिश की तो राजेंद्र सिंह का कहना है कि शुरू.शुरू में दिक्कतों के साथ साथ नुकसान भी झेलना पड़ा, मगर अब जानकारी भी होने लगी है, जिससे अपनी मेहनत की मजदूरी मिल जाती है। आगे सब कुछ सही से चलता रहा ओर सरकारी लोन की किस्त देने के बाद शुरुआत मे 4से5 हजार महीना भी घर पर मिलता है तो अच्छा है।
राजेंद्र सिंह ने अपने इलाके मे एक मिसाल दी है कि खाली बैठकर व दूसरो के सहारे कुछ नही मिलेगाएखुद मेहनत करनी होगी ओर अपनी आर्थिकी का मार्ग अपनी योग्यता के आधार पर चुनना ही होगा।
राजेंद्र सिह सरकार व जिला प्रशासन से निवेदन करना चाहते है कि जो लोग ईमानदारी से अच्छा स्वरोजगार करना चाहते है उन्हें उचित सुविधाए भी दी जाये, जैसे हमारे को मुर्गियों का दाना 2100. पर कट्टा खरीदना पड़ रहा है, इसमे छूट मिले और सस्ते मूल्य का उपलब्ध हो तो हमारी आर्थिकी में कुछ सुधार होगा। साथ ही सरकारी लोन मे सब्सिडी पर थोड़ा ओर रियायत दी जाये।
हम सभी जनपद वासीयो से भी अपील करते है राजेंद्र सिह के व्यवसाय को आगे बढाने मे सब मिलकर सहयोग करेएएक मेहनती व ईमानदार व्यक्ति ही ऐसी मिसाल दे सकता है, हमे भी गर्व है राजेंद्र सिह के जज्बे पर।