फोटो-भगवान भविष्य बदरीनारायण को अस्थाई पूजा कक्ष मंे प्रतिस्थापित किए जाने के बाद धार्मिक सभा को संबोधित करते बीकेटीसी के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। पंच बदरी में एक भविष्य बदरी मंदिर के जीर्णोद्धार की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पूरे धार्मिक अनुष्ठान के साथ भगवान नारायण के विग्रह को अस्थाई पूजा कक्ष में रखा गया। बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल की मौजूदगी मे हुई धार्मिक अनुष्ठान की प्रक्रियाएं।
उत्तराखंड मे स्थित पंच बदरी मे एक भविष्य बदरी मंदिर के जीर्णोद्धार की प्रक्रियाएं विधिवत प्रंारभ कर दी गई है। भगवान श्री हरिनारायण के श्री विग्रह को गृभ गृह से बाहर लाए जाने से पूर्व वैदिक ब्राहमणों द्वारा भगवान का अभिषेक/पूजन किया गया। इसके उपंरात अभिजीत मूहुर्त मे भविष्य बदरी मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित हनुमान प्रसाद डिमरी तथा पंडित संजय डिमरी व परमेश्वर प्रसाद डिमरी ने मंदिर के गृभ गृह से भविष्य बदरी पंचायतन की सभी मूर्तियों का बाहर निकालकर अस्थाई भवन मे प्रतिस्थापित किया। यहाॅ भगवान की विधिवत पूजाएं कर भोंग प्रसाद चढाया गया। इससे पूर्व अस्थाई पूजा कक्ष मे यज्ञ व शृद्धीकरण किया गया।
इन सभा प्रक्रियाओं से पूर्व सुभाॅई-भविष्य बदरी के स्थानीय देवी-देवताओं को मंदिर प्रांगण मे आमंित्रत किया गया। देवी-देवताओ के पश्वाओं-अवतारी पुरूष द्वारा बताए गए विधि विधान से ही भगवान नारायण को अस्थाई पूजा कक्ष मे प्रतिस्थापित किया गया।
इस दौरान हुई एक धार्मिक सभा को संबोधित करते हुए बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने कहा कि बदरी-केदार मंदिर समिति के अधीनस्थ मंदिरों का जीर्णोद्धार एंव सौंदर्यीकरण उनकी मुख्य कार्ययोजना मे है। और वे निरंतर इस दिशा मे प्रयास कर रहे है। बताया कि भविष्य बदरी मंदिर निर्माण के लिए सूबे के मुख्य मंत्री त्रिवेन्द्र रावत के माध्यम से अमेरिका निवासी पंकज कुमार ने एक करोड 27लाख की धनराशि दान स्वरूप दी है। इसके अलावा भी जो भी धन ब्यय होगा उसकी ब्यवस्था भी की जाऐगी। बीकेटीसी अध्यक्ष श्री थपलियाल ने सुभाॅई के ग्रामीणों से मंदिर निर्माण मे सहयोग की अपेक्षा की।
गौरतलब है कि भविष्य बदरी मंदिर जीर्णोद्धार की प्रक्रियाएं करीब दो महीने पहले ही शुरू की जा चुकी थी। निविदाएं आमंत्रित करने के उपरंात स्थल विकास व अस्थाई पूजा कक्ष व अस्थाई भोग मंडी निर्माण के बाद नवरात्रि पर्व पर अभिजीत मुहूर्त मे मूर्ति को अस्थाई पूजा कक्ष मे प्रतिस्थापित करने का मुहुर्त पूर्व मे ही तय किया जा चुका था। और मुहुर्त के अनुसार ही मंदिर समिति की निर्माण शाखा द्वारा तय समय से पूर्व अस्थाई पूजा कक्ष व अस्थाई भोग मंडी का निर्माण करा लिया गया था।
भविष्य बदरी मे हुए इस धार्मिक कार्यक्रम मे बीकेटीसी के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल के अलावा मंदिर अभियंता विपिन तिवारी , श्री बदरीनाथ वेद वेदांग स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्रधानाचार्य आचार्य रामदयाल मैदुली ,नृंिसहं मंदिर प्रभारी संदीप कपरूवाण ,ंमंदिर समिति के राकेश नेगी, आशीष नंबूरी , आचार्य भाल चंद चमोला , मंदिर समिति के पुजारीगण पंडित हनुमान प्रसाद डिमरी, पंडित संजय डिमरी व पंडित परमेश्वर प्रसाद डिमरी ,सुभाॅई के पूर्व प्रधान पूरण सिंह, सौरभ सिंह नेगी, कलम सिंह रावत, रघुबीर सिंह व विशाल सिंह सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।