रिपोर्ट-सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
जनपद रुद्रप्रयाग स्थिति विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर संचालित होने वाले घोड़े-खच्चरों की मेडिकल जांच व बीमा के बाद अब तक 1242 घोडों का पंजीकरण हो चुका है। जिला पंचायत रुद्रप्रयाग की ओर से पंजीकरण एवं पशु पालन विभाग की ओर मेडिकल जांच की जा रही है। पंजीकृत घोडे खच्चर ही आगामी यात्रा सीजन में अपनी सेवाएं यात्रियों को देंगे।
आपको बता दे आगामी छह मई को विश्वप्रसिद्ध धाम केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले जाने है।चारधाम यात्रा को जिला प्रशासन समेत यात्रा से जुडे विभागीय अधिकारी अपनी तैयारियां में जुट गए है।
केदारनाथ धाम में बिजलीए पानीएविभिन्न स्थानों पर खस्ताहाल पैदल मार्ग की स्थिति सुधारने का कार्य भी तेजी से चल रहा है। वहीं पशुपालन विभाग ने विभिन्न स्थानों पर घोडा खच्चरों के स्वास्थ्य परीक्षण व बीमा करवाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में रोस्टर के अनुसार शिविर लगाए है।गत 21 मार्च से पशुपालन विभाग ने रोस्टर के अनुसार गांवों में शिविर शुरू कर दिए थे।ताकि अधिक सेे अधिक घोडे खच्चरों की मेडिकल जांच व बीमा करवाया जा सके। अब तक जिला पंचायत 1242 घोडे खच्चरों का पंजीकरण का कार्य पूरा हो गया है। 15 अप्रैल से यात्रा के प्रमुख पड़ाव सोनप्रयाग में नियमित रूप से पशुओं की मेडिकल जांच के साथ घोडे खच्चर एवं उसके मालिक व हाकरों का पंजीकरण कार्य शुरू किया जाएगा।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ आशीष रावत ने बताया कि यात्रा मार्ग में संचालित होने वाले घोड़े.खच्चरों का स्वास्थ्य परीक्षण के विभिन्न स्थानों पर शिविर लगाए जा चुके है। 10 अप्रैल को ल्वारा व बांसवाड़ा एवं 13 अप्रैल को बड़ेथ व साल्या में शिविर आयोजित किए जाएंगे।शिविरों के अतिरिक्त समस्त पशु चिकित्सालयों में भी घोड़े/खच्चरों का स्वास्थ्य परीक्षण व बीमा करवाया जाएगा।
जिला पंचायत के कर निरीक्षक दिनेश नौटियाल ने बताया कि अभी तक करीब 1242 घोडा.खच्चरों का पंजीकरण कार्य पूरा हो चुका है।शिविरों के माध्यम से अन्य घोडा खच्चरों का पंजीकरण होने के बाद 15 अप्रैल से सोनप्रयाग में पंजीकरण का नियमित कार्य शुरू किया जाएगा।जिसमें पशुओं के साथ ही उनके मालिक व हाकरों का पंजीकरण किया जाएगा।