रिपोर्ट – सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
ऊखीमठ: पंच केदारो में द्वितीय केदार के नाम से विश्व विख्यात व मदमहेश्वर की तलहटी में मखमली बुग्यालों के मध्य बसे भगवान मदमहेश्वर के कपाट 19 मई को खुलने जा रहे हैँ,इससे पहले की सभी प्रक्रिया शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में विधिवत पूरी कर ली गईं है!
आज बह्रा बेला पर ओकारेश्वर मन्दिर के प्रधान पुजारी शिव लिंग ने पंचाग पूजन के तहत अनेक देवी-देवताओं का आवाहन किया तथा रावल भीमाशंकर लिंग के नेतृत्व में भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव मूर्तियों को वेद ऋचाओं व मंत्रोच्चारण के साथ ओकारेश्वर मन्दिर के गर्भगृह, सभा मण्डप से मदमहेश्वर धाम के प्रधान पुजारी शिव शंकर लिंग ने भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव मूर्तियों की विधि -विधान से पूजा-अर्चना व अभिषेक कर आरती उतारते हुए स्थानीय श्रद्धालुओं द्वारा बडे़ उत्साह व उमंग से भगवान मदमहेश्वर के जयकारे लगाकर क्षेत्र की खुशहाली व विश्व कल्याण की कामना के साथ धाम के लिए रवाना हो गईं.
भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली ओकारेश्वर मन्दिर में रात्रि प्रवास के बाद आज 17 मई को शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर से रवाना होकर डगवाडी,ब्राह्मण खोली, मंगोलचारी,सलामी,फापज,मनसूना, राऊलैंक,उनियाणा सहित विभिन्न यात्रा पडावो पर भक्तों को आशीष देते हुए रात्रि प्रवास के लिए राकेश्वरी मन्दिर रासी पहुंचेगी तथा 18 मई को राकेश्वरी मन्दिर रासी से प्रस्थान कर अन्तिम रात्रि प्रवास के लिए गौण्डार गाँव पहुंचेगी साथ ही 19 मई को भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली गौण्डार गाँव से प्रस्थान कर बनातोली,खटारा,नानौ,मैखम्भा कूनचटटी यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए मदमहेश्वर धाम पहुंचेगी तथा डोली के धाम पहुंचने पर भगवान मदमहेश्वर के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जायेगें!
इसके साथ ही सभी तीर्थ धामों के कपाट भी श्रद्धालुओं के दर्शनों हेतु खुल जायेगे.
इस मौके पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल, सुपरवाइजर यदुवीर पुष्वाण,पूर्व प्रमुख लक्ष्मी प्रसाद भटट्,देवानन्द गैरोला,सीमा बिष्ट,बबीता भटट्, वेदपाठी विश्व मोहन जमलोकी,मदन सिंह पंवार,बीर सिंह पंवार,नवदीप नेगी,कलम सिंह पंवार,दरवान सिंह पंवार,शिशुपाल सिंह पंवार,यशोधर पंवार,मानवेन्द्र शैव,दीपक पंवार सहित सैकड़ों श्रद्धालु व गौण्डार गाँव के हक – हकूकधारी मौजूद थे!