रामनगर की क्यारी गांव निवासी क्रिकेट खिलाड़ी जानकी मेहरा पुत्री स्व.खीम सिंह मेहरा को अब अपने परिवार के भरण पोषण के लिए मजदूरी नहीं करनी पड़ेगी। खेल मंत्री के निर्देश पर जिला क्रिडा अधिकारी नैनीताल अख्तर अली जानकी के घर गए और उन्हें कालेज में दाखिले और परिवार के भरण-पोषण के लिए सरकारी मदद का भरोसा दिलाया।
संयुक्त निदेशक खेल धर्मेंद्र भट्ट ने बताया गया है कि मीडिया में क्रिकेट खिलाड़ी के जीविकोपार्जन के लिए मजदूरी करने की खबर प्रकाशित होने के बाद खेल मंत्री अरविंद पांडे ने निर्देश दिए। मंत्री के निर्देश पर जिला क्रिडा अधिकारी उनके घर पहुंचे। जानकी मेहरा ने उन्हें बताया कि उनके पिता की मौत हो चुकी है, मां न सुन सकती है, न बोल सकती है। भाई मानसिक रूप से कमजोर है। पूरे परिवार में जानकी ही कमाउ सदस्य है। इसीलिए उसे पढ़ाई बीच में छोड़कर परिवार के भरण-पोषण के लिए मजदूरी करने को विवश होना पड़ा। जिला खेल अधिकारी ने बताया कि जानकी को बीए में दाखिला करने के लिए फीस तथा घर की आजीविका के लिए सरकार आर्थिक मदद देगी। गौरतलब है कि आर्थिक स्थिति अत्यंत खराब होने के कारण जानकी का परिवार अपनी बुआ के घर पर रहता है। इस दौरान जीतेंद्र बिष्ट, नीता पोखरिया तथा पूनम मेहता भी मौजूद थे। गौरतलब है कि उत्तराखंड समाचार डाॅट काम पोर्ट ने भी इस समाचार को प्रमुखता से प्रकाशित किया था।