रिपोर्ट – सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
रुद्रप्रयाग : केदारनाथ यात्रा मार्ग में घोड़े खच्चरों की देखरेख मे लापरवाही करने से हो रही मौतों को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन एंव पशु विभाग ने सख्त रुख अपनाते हुए 20 सदस्यीय म्यूल टाक्स फोर्स का गठन एंव 5-5 सदस्यीय 2जाँच टीमो को गठित किया हैँ इन टीमों द्वारा घोड़े-खच्चरों के साथ लापरवाही करने वाले मालिकों/हाँकरो पर नजर रहेगी ओर उनके खिलाप कानूनी कार्यवाही की जायेगी.साथ ही किस कारण जानवरो की मौते हुई इसकी निगरानी रखी जायेगी.
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ, आशीष रावत ने कहा कि केदारनाथ यात्रा के लिए लगभग 8.5 हजार घोड़े-खच्चरों का रजिस्ट्रेशन किया गया हैँ,जबकि कुछ लोग वहां पर बिना रजिस्ट्रेशन के चोरी -चुपके से घोड़े-खच्चर चला रहे जिनके विरुद्ध छापे मारी की कार्यवाही जारी हैँ.
वही उन्होंने बताया कि अभी तक 111 घोड़े-खच्चरों की मौते हुई हैँ, डॉक्टरो की टीमों द्वारा जाँच मे पाया गया हैँ कि ज्यादातर मौते मालिकों द्वारा अपने जानवरो को पैसे कमाने के चककर मे समय पर,दाना-पानी व आराम नहीं दिया जा रहा हैँ,ज्यादातर जानवरो मे डी हाईड्रेशन की शिकायतें पाई गई.जिसके लिए 5सदसीय टीमे भी तैनात की गई हैँ इनके द्वारा अभी तक 4 घोड़े-खच्चर मालिकों पर पशु क्रूरता के तहत एफआईआर दर्ज की गयी हैँ, यह कार्य वाही निरंतर जारी रहेगी.