रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट।
थराली। सूना , देवलग्वाण,थराली गांव आदि गांवों का एक बार फिर से नगर पंचायत मुख्यालय थराली से सीधा पैदल संपर्क स्थापित हो गया हैं। जिससे पीछे कई दिनों से थराली मुख्यालय से कटे लोगों ने राहत की सांस ली हैं।
13 अगस्त को ब्रहमताल क्षेत्र में फटे बादल के बाद प्राणमती नदी में आएं जल सैलाब के कारण थराली नगर पंचायत में थराली सूना मोटर सड़क पर बना मोटर पुल एवं थराली गांव को जोड़ने वाला झूला पुल नदी में बह गया था। इसके बाद प्रशासन, लोनिवि एवं ग्रामीण ने बहे मोटर पुल के स्थान पर 15 अगस्त को पैदल लकड़ी का अस्थाई पुल डाल कर पैदल आवागमन शुरू कर दिया था किंतु 17 अगस्त फिर फटे बादलों के कारण आए जल सैलाब में पुल बह गया। इसके बाद 19 अगस्त को फिर से ग्रामीणों ने नदी के ऊपर लकड़ी का पुल डाल जो कि बिन बादल फटे ही क्षेत्र में हुई तेज बारिश के कारण प्राणमती बे बढ़े जलस्तर के कारण 22 को फिर से बह गया जिससे श्रमदान कर पुल बनाने वालों में मायूसी छा गई। पिछले दिनों प्राणमती नदी का जलस्तर कुछ कम होने पर पीड़ित थराली , थराली गांव, सूना, भैसखान ,ईड़ी तोक, देवलग्वाड़ आदि गांवों के ग्रामीणों के ग्रामीणों ने तीसरी बार रविवार को श्रमदान के जरिए लकड़ी का पुल बनाने का काम शुरू किया और देरा सांय इस लकड़ी के पुल पर एक बार फिर से आवागमन शुरू हो गया हैं। जिससे पीड़ितों ने राहत की सांस ली हैं।
इधर लोनिवि थराली के सहायक अभियंता वीरेंद्र सिंह बसेड़ा ने बताया कि थराली -सूना मोटर पुल पर बहे पुल के स्थान पर वेलीब्रज के निर्माण की कार्य गतिमान हैं। इसके तहत निविदा आमंत्रण के साथ ही वेलीब्रज के पार्ट्स डिविजन में पहुंच चुके हैं जल्द ही इस का निर्माण कार्य शुरू किए जाने का प्रयास किया जाएगा।