फोटो-राहत एंव बचाव कार्यो मे जुटे एनडीआरएफ के जवान ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। टनल में शवों तलाश का काम तीसरे दिन भी जारी। नीती घाटी को संडक संपर्क से जोडने के लिए बीआरओ ने वैली व्रिज की सामग्री मौके पर पंहुचाई। तीसरे दिन ऋषि गंगा पावर प्राजेक्ट के चार और मजदूरांे के शवों के साथ ही सात मानव अंग भी मिले। मंगलवार को अब तक जो 6 शव मिले हैं, उनमे चार रैणी, एक सैकोट, व एक डिडोली-नंदप्रयाग मंे मिला।
लगातार तीसरे दिन भी टनल के अंदर शवांे को ढूॅडने का काम जारी रहा। तपोवन वैराज साइट की टनल में फॅसे मजदूरांे व विभिन्न कार्यदायी संस्था के कार्मिको को ढूॅडने का काम जारी रहा। डोजरो के द्वारा टनल से मलबा बाहर निकाला जा रहा है। दरसअल टनल के अंदर जो मजदूर व कार्मिक कार्य कर रहे थे वे सभी टी प्वांइट के आस-पास कार्य कर रहे थे। टनल का टी-प्वाइंट करीब 180मीटर की दूरी पर है। जहाॅ बडे-बडे ट्रक व अन्य छोटे वाहन भी मौजूद थे। टी-प्वाइंट पर पंहुचने मे वक्त इसलिए भी लग रहा है कि टनल के ऊपरी ओर से लगातार दलदल खिसक कर नीचे की ओर आ रहा है। डोजर मलबा निकालकर बाहर लाता है लेकिन दुबारा अंदर जाने पर उसी स्थान पर उतना ही मलबा डंप हो जा रहा है। जिसके कारण 180मीटर तक पंहुचने में राहत कर्मियों को दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। बताया जा रहा कि घटना के वक्त टी-प्वाइंट पर करीब 35 लोग कार्य कर रहे थे। जिनका कोई सुराग नहीं लग सका।
सेना की गढवाल स्काउटस बटालियन के कमाडिंग आफीसर कर्नल डीएस नेगी के अनुसार अभी तक करीब 120मीटर तक काफी हद तक मलबा हटा लिया गया। कहा कि 180मीटर टी-प्वाइंट तक पंहुचने के बाद वास्तिविकता की जानकारी हासिल हो सकेगी।
’’टी-प्वाइंट’’- सुरंग के अंदर 180मीटर की दूरी पर चार टनल है ,, एक मुख्य टनल, दूसरी वैराज साइट की टनल, तीसरी- आउट फाॅल टनल व चैथी टीबीएम मशीन को बाहर निकालने की टनल। इसी को टी-प्वाइंट कहा गया है। जहाॅ पर घटना के वक्त लोग कार्य कर रहे थे।
तपोवन मे निरंतर संर्च अभियान जारी है, तो रैणी मे बीआरओ के मुख्य अभियंत ए0एस0राठौड पूरी मशीनरी के साथ मौके पर मौजूद है। उन्होने बताया कि रैणी मे करीब 190फीट का वैली ब्रिज लाॅच किया जाऐगा,और मलारी की ओर से तो ब्रिज लाॅच किए जाने से पूर्व के कार्य शुरू कर दिए गए हैं, जबकि इस ओर से मलबा हटाने के बाद ही ब्रिज लाॅच की कार्यवाही शुरू कर दी जाऐगी। उन्होने बतया कि ब्रिज लाॅच किए जाने के लिए सभी सामान मौके पर पंहुच गया है।
एनडीआरएफ की पाॅच टीमों के 178जवान एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसिन साहिदी व कमांडेन्ट पी0के0तिवारी के नेतृत्व मे दिन रात राहत व बचाव कार्यो मे जुटे है।गढवाल आयुक्त रविनाथ रमन व डीआईजी नीरू गर्ग ने तीन दिनो से डेरा डाला है। इनके अलावा चमोली जनपद व अन्य जनपदों के उपजिलाधिकारियों व पुलिस उपाधीक्षको को भी मौके पर बुलाया गया है। चमोली की डीएम स्वाति भदौरिया, पुलिस अधीक्षक यशंवत चैहान व एडीएम अनिल चन्याल लगातार मौके पर रहकर सडक संपर्क से कट चुके ग्रावाॅ तक राहत सामग्री पंहुचाने की ब्यवस्था मे जुटे है।