देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल द्वारा पहाड़ के गाँधी स्व इंद्रमणि बडोनी की 24वीं पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी। प्रातः 10 बजे घंटाघर स्तिथ बडोनी जी की प्रतिमा में दल के केंद्रीय अध्यक्ष श्री काशी सिंह ऐरी सहित समस्त उक्रांद परिवार द्वारा द्वश्रद्धांजलि दी गयी। तदोपरांत पार्टी कार्यालय 10 कचहरी रोड़ देहरादून में श्रद्धांजलि देते हुए गोष्ठी की गयी।
गोष्ठी में श्री ऐरी ने बडोनी जी के संघर्षो को याद किया। उन्होंने कहा कि बडोनी जी एक राजनेता के साथ-साथ हमारे व उत्तराखंड राज्य आंदोलन के पथप्रदर्शक रहे। उत्तराखंड आंदोलन का नेतृत्व करते हुए अहिंसक का रास्ता अपनाया। सरल स्वभाव के साथ एक अभिभावक की भूमिका बखूबी निभायी। उनके आदर्शो के कारण उनको पहाड़ का गाँधी कहां गया था। हिंदुस्तान में तीन गाँधी हुए, एक राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी, खान अब्दुल गफ्फार खां सीमांत गाँधी तथा पहाड़ के गाँधी इंद्रमणि बडोनी जी रहे। तीन बार देवप्रयाग विधानसभा से विधायक रहे व उस दौरान से पहाड़ी जनपदों के विकास योजनाओं के लेकर सड़क से सदन तक अपनी आवाज को बुलंद रखा।
उन्होंने कहा कि आज हमें संकल्प दिवस के रूप में जो अवधारणा बडोनी जी ने राज्य के परिपेक्ष में रखी थी, वह आज भी अधूरी है। उस संकल्प को हमें अब एकजुट एकमुठ होकर चलना होगा। उन्होंने कहा कि स्व बडोनी जी को उनके गांव ग्राम अखोड़ी में दल की ओर से श्रद्धांजलि देने के लिए दल का प्रतिनिधित्व वरिष्ठ नेता डॉ शक्ति शैल कपरूवाण, संजय डोभाल, केंद्रपाल तोपवाल, धर्मबीर गुसाईं सहित जनपद टिहरी की इकाई पहुंची है।
आज दल के पूर्व केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष स्व हरीश पाठक के पीपलपाणी सस्कार उनके निवास रेसकोर्स में श्रद्धांजलि सभा करके याद किया गया। इस अवसर पर श्री त्रिवेंद्र सिंह पंवार, बी डी रतूड़ी, पुष्पेश त्रिपाठी, ए पी जुयाल, किशन मेहता, सुनील ध्यानी, तेज सिंह कार्की, शांति भट्ट, बहादुर सिंह रावत, जय प्रकाश उपाध्याय, दीपक गैरोला, लताफत हुसैन, जब्बर सिंह पावेल, गीता बिष्ट, उत्तरा पंत बहुगुणा, डॉ पंकज पैनोली, शिव प्रसाद सेमवाल, विजेंद्र रावत, अनुपम खत्री, कमल पंत, अशोक नेगी, दीपक रावत, किरन रावत कश्यप, विपिन रावत, राजेंद्र बिष्ट, प्रवीण रमोला आदि उपस्थित थे।