• About Us
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Terms & Conditions
  • Refund Policy
  • Disclaimer
  • DMCA
  • Contact
Uttarakhand Samachar
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल
No Result
View All Result
Uttarakhand Samachar

नौकरी देने का सरकारी धंधा बेपर्दा करने की चुनौती है धामी के सामने

02/09/22
in उत्तराखंड, देहरादून, राजनीति
Reading Time: 1min read
0
SHARES
460
VIEWS
Share on FacebookShare on WhatsAppShare on Twitter

शंकर सिंह भाटिया
देहरादून। विभाग-दर-विभाग उत्तराखंड में सामने आ रहे भर्ती घोटालों को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गंभीर नजर आ रहे हैं। राज्य में जिस तरह भर्तियों में बड़े पैमाने पर मनमर्जियां हुई हैं, संभव है, उससे निपटने के लिए मुख्यमंत्री सीबीआई जांच की सिफारिश कर सकते हैं। क्योंकि उत्तराखंड में भर्ती घोटाने की जड़ें बहुत गहरी हैं, एसआईटी जांच से उन्हें पूरी तरह बेपर्दा किया जाना संभव नहीं है। चूंकि विधानसभा एक संवैधानिक स्वायत्त संस्था है, उसके कार्यों में राज्य सरकार हस्तक्षेप नहीं कर सकती है, इसलिए उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर विधानसभा में हुई भर्तियों की जांच कराने का आग्रह विधानसभा अध्यक्ष से किया है।

अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा दिसंबर 2021 में कराई गई स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद विभाग-दर-विभाग भर्तियों में की गई अनियमितताएं सामने आने लगी। सरकारी विभागों में भर्ती में मनमानी की एक के बाद एक अनियमितताएं सामने आ रही हैं। जिसका क्रम थम नहीं रहा है। नियम कानूनों के अनुपालन की जिन पर जिम्मेदारी थी, उन्होंने अपनों को नौकरी देने और नौकरी के बादले पैसा कमाने के लिए सभी नियमों को तार-तार कर दिया है। यह अनैतिक काम कोई आज ही हुआ है, ऐसा नहीं है, राज्य बनने के साथ ही यह अनैतिक काम शुरू हो गया था। अब यह बेशर्मी की हद तक बढ़ गया है। यदि सरकार की जिम्मेदारी संभाल रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भर्तियों में हुई धांधलियों को बेपर्दा नहीं किया तो फिर हालात काबू से बाहर हो जाएंगे। मुख्यमंत्री को शायद इस बात का आभास है, इसलिए उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर विधानसभा में हुई भर्तियों की जांच कराने का आग्रह किया है।

अब तक अधीनस्थ सेवा चयन आयोग चयन आयोग द्वारा आयोजित की गई स्नातक स्तरीय भर्ती की जांच एसटीएफ कर रही है। इसके अलावा अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की दो और भर्तियों सचिवालय सुरक्षा और वीडीओ वीपीडीओ भर्ती के अलावा पंतनगर विश्वविद्यालय द्वारा की गई दरोगा भर्ती की जांच की जा रही है। अब मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर विधानसभा में हुई भर्ती की जांच करने का आग्रह किया गया है।

लेकिन सवाल सिर्फ इतना ही नहीं है। एम्स ऋषिकेश में नर्सिंग के 600 पदों पर एक ही राज्य राजस्थान के लोगों की भर्ती होना, हर भर्ती में एक गिरोह की सक्रियता, भाजपा सरकार के एक पूर्व मंत्री पर बिहार से लाकर अपने सजातीय भाईयों की भर्ती कराने को लेकर लग रहे कई आरोपों से सरकार तभी बच सकती है, जब इन सभी प्रकरणों की निष्पक्ष जांच हो पाएगी।

सवाल और भी हैं, कांग्रेस पार्टी की सरकार के दौरान विधानसभा अध्यक्ष रहे गोविंद सिंह कुंजवाल अपने बेटे बहू को नौकरी में रखने के लिए जनता से माफी मांगने को तैयार हैं, लेकिन वे माफी इसलिए मांगना चाहते हैं कि उनके बेटे बहू की नौकरी बनी रहे। क्या यह संभव है, जिसके लिए कुंजवाल माफी मांग रहे हैं, वह अवैध होने के साथ ही अनैतिक कार्य है, क्या माफी मांग कर अवैध को वैध किया जा सकता है?

एक अन्य पूर्व विधानसभा अध्यक्ष भाजपा की पिछली सरकार में रहे प्रेम अग्रवाल हैं। वह अपने सभी अवैध कार्यों को वैध ठहरा रहे हैं। इसके लिए वह कोर्ट की आड़ भी ले रहे हैं, अवैध कार्यों के लिए उनकी यह सीना ठोकू मुद्रा बहुत कुछ बयान करती है। एक सीना ठोकू मंत्री रेख आर्या वर्तमान सरकार में मंत्री हैं, जो अफसरों को नौकरी देने के लिए लिखी गई अपनी छिट्ठी को अपना अधिकार बता रही हैं और भविष्य में भी ऐसा करते रहने की हुंकार भर रही हैं।

ये सारे घटनाक्रम साबित करते हैं कि जो भी सरकार में रहा उसी ने अवैध और अनैतिक कार्य किए हैं। यह परंपरा उत्तराखंड में बहुत गगहरी पैंठ बना चुकी है। यदि इसे यहीं नहीं रोका गया और अवैध करने वालों को कानून के अनुसार सजा नहीं दी गई तो हालात काबू से बाहर हो जाएंगे।

यह एक कटु संदेश भी पूरे देश दुनिया में दे रहा है कि उत्तराखंड में सरकारी नौकरियां बिकती हैं या फिर नेताओं की सिफारिश पर दी जाती हैं। मेहनत करने वाले छात्रों का यहां कोई भविष्य नहीं है। किसी समाज में इस तरह का संदेश जाना राज्य की सरकार की सेहत के लिए अच्छा नहीं होता। सरकार पर पुनः विश्वास कायम करने के लिए सरकार को निष्पक्ष जांच करानी होगी। दोषियों को सजा दिलानी होगी।

ShareSendTweet
Previous Post

अवैध शराब तस्करी में पुलिस ने जखोली क्षेत्र के एक व्यक्ति को वाहन समेत धर दबोचा

Next Post

भिकियासैंण में अपहरण के बाद दलित नेता की निर्मम हत्या, बेटी से प्रेम विवाह रास नहीं आया

Related Posts

उत्तराखंड

पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा से नवनिर्वाचित कार्यकारिणी ने की शिष्टाचार भेंट

June 30, 2025
14
उत्तराखंड

एसडीआरएफ की प्रशिक्षण इकाई को टेक्निकल गाइड यूनिट के रूप में सक्रिय करें: महानिरीक्षक

June 30, 2025
7
उत्तराखंड

स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले लोगों के लिए प्रेरणास्रोत थे हिन्द के दादा नैरोजी – अनिल नौरिया

June 30, 2025
6
उत्तराखंड

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के ‘विकसित भारत@2047’ के संकल्प को मिलकर साकार करें: धामी

June 30, 2025
5
उत्तराखंड

हिमालय पर्वत  श्रृंखला में क्यों ज्यादा होते हैं भूस्खलन?

June 30, 2025
14
उत्तराखंड

हेमकुण्ड साहिब तीर्थ यात्रा पर पहुँच रहे कुछ सिरफिरे सिख तीर्थ यात्री आए दिन कहीं न कहीं बबाल काट रहे

June 30, 2025
14

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Popular Stories

  • चार जिलों के जिलाधिकारी बदले गए

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • डोईवाला : पुलिस,पीएसी व आईआरबी के जवानों का आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण सम्पन्न

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • ऑपरेशन कामधेनु को सफल बनाये हेतु जनपद के अन्य विभागों से मांगा गया सहयोग

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  •  ढहते घर, गिरती दीवारें, दिलों में खौफ… जोशीमठ ही नहीं

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • विकासखंड देवाल क्षेत्र की होनहार छात्रा ज्योति बिष्ट ने किया उत्तराखंड का नाम रोशन

    0 shares
    Share 0 Tweet 0

Stay Connected

संपादक- शंकर सिंह भाटिया

पता- ग्राम एवं पोस्ट आफिस- नागल ज्वालापुर, डोईवाला, जनपद-देहरादून, पिन-248140

फ़ोन- 9837887384

ईमेल- shankar.bhatia25@gmail.com

 

Uttarakhand Samachar

उत्तराखंड समाचार डाॅट काम वेबसाइड 2015 से खासकर हिमालय क्षेत्र के समाचारों, सरोकारों को समर्पित एक समाचार पोर्टल है। इस पोर्टल के माध्यम से हम मध्य हिमालय क्षेत्र के गांवों, गाड़, गधेरों, शहरों, कस्बों और पर्यावरण की खबरों पर फोकस करते हैं। हमारी कोशिश है कि आपको इस वंचित क्षेत्र की छिपी हुई सूचनाएं पहुंचा सकें।
संपादक

Browse by Category

  • Bitcoin News
  • Education
  • अल्मोड़ा
  • अवर्गीकृत
  • उत्तरकाशी
  • उत्तराखंड
  • उधमसिंह नगर
  • ऋषिकेश
  • कालसी
  • केदारनाथ
  • कोटद्वार
  • क्राइम
  • खेल
  • चकराता
  • चमोली
  • चम्पावत
  • जॉब
  • जोशीमठ
  • जौनसार
  • टिहरी
  • डोईवाला
  • दुनिया
  • देहरादून
  • नैनीताल
  • पर्यटन
  • पिथौरागढ़
  • पौड़ी गढ़वाल
  • बद्रीनाथ
  • बागेश्वर
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • राजनीति
  • रुद्रप्रयाग
  • रुद्रप्रयाग
  • विकासनगर
  • वीडियो
  • संपादकीय
  • संस्कृति
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • साहिया
  • हरिद्वार
  • हेल्थ

Recent News

पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा से नवनिर्वाचित कार्यकारिणी ने की शिष्टाचार भेंट

June 30, 2025

एसडीआरएफ की प्रशिक्षण इकाई को टेक्निकल गाइड यूनिट के रूप में सक्रिय करें: महानिरीक्षक

June 30, 2025
  • About Us
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Terms & Conditions
  • Refund Policy
  • Disclaimer
  • DMCA
  • Contact

© 2015-21 Uttarakhand Samachar - All Rights Reserved.

No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल

© 2015-21 Uttarakhand Samachar - All Rights Reserved.