
प्रकाश कपरुवांण।
जोशीमठ। सीमान्त विकास खंड जोशीमठ का सबसे दूरस्थ गावँ डुमक आजादी के बाद किसी तरह अब सड़क संपर्क से जुड़ने की राह पर था, लेकिन विभाग व ठेकेदार अब स्वीकृति के विपरीत एलाइमेंट बदलने की फिराक में हैं, जिसका ग्रामीणों ने जबर्दस्त विरोध शुरू कर दिया है।
लिंक रोड के विरोध के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीएम जोशीमठ ने पीएमजीएसवाई व ग्रामीणों की बैठक आहूत कर पूरे प्रकरण की विस्तृत जानकारी ली।
एसडीएम कुमकुम जोशी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि स्यूण-बेमरु से डुमक तक सड़क की जो स्वीकृति हुई है, उसी के अनुरूप सड़क का निर्माण किया जाना चाहिए, प्रस्तावित लिंक रोड का हर हाल में विरोध किया जाएगा। पूर्व स्वीकृत एलाइमेंट को नहीं बदला जाना चाहिए।
पीएमजीएसवाई के अधिकारियों व ग्रामीणों का पक्ष सुनने के बाद एसडीएम ने कहा कि वे स्वयं डुमक.कलगोठ पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण करेंगीं, उसी दिन डुमक के ग्रामीणों के साथ बैठक होगी, उसमे जो भी निर्णय होगा वह अंतिम होगा।
इस बैठक पीएमजीएसवाई के ईई पीआर चमोली, कनिष्ठ अभियंता आशीष तिवाड़ी, डुमक के पूर्व प्रधान प्रेम सिंह सनवाल, प्रताप सिंह सनवाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य नरेंद्र सिंह, बहादुर सिंह रावत, ताजबर सिंह, रामचंद्र सिंह, यशवंत सिंह व कलगोठ के पूर्व प्रधान धर्म सिंह आदि मौजूद रहे।










