प्रकाश कपरूवाण
चमोली। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने मंगलवार को क्लक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य विभाग की बैठक लेते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा की। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को एनएचएम के अन्तर्गत संचालित स्वास्थ्य योजनाओं का बेहतर तरीके से क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए। कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन सरकार का एक महत्वपूर्ण एवं महत्वाकांक्षी कार्यक्रम हैए जिसके तहत संक्रामक एवं गैर.संक्रामक बीमारियों को प्राथमिक स्टेज पर ही नियन्त्रित किया जा सकता है। इस दौरान जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलनए नियमित टीकाकरणए परिवार कल्याणए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्यए मातृत्व स्वास्थ्य और एनीमिया मुक्त कार्यक्रम पर गहनता से चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव हेतु लोगों को जागरूक कर शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव कराने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मातृ एवं शिशु कल्याण कार्यक्रम के तहत गर्भवती महिलाओं में खून की कमी या अन्य समस्याओं को रोकथाम के लिए उचित कदम उठाए जाए। दूरस्थ क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसव से पूर्व अस्पताल के आसपास रहने की व्यवस्थाएं की जाए। जिलाधिकारी ने पीसीपीएनडीटी एक्ट का भी कडाई से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कहा कि जिन केन्द्रों में गर्भवती महिलाओं द्वारा अल्ट्रासाउंड कराने के बाद डिलीवरी कम हो रही हैए ऐसे मामलों की गहनता से जांच की जाए।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि एनएचएम के तहत संचालित स्वास्थ्य कार्यक्रमों की नियमित समीक्षा करते हुए प्रभावी ढंग से स्वास्थ्य कार्यक्रमों का क्रियान्वयन करना सुनिश्चित किया जाए। सभी पात्र लोगों को आयुष्मान योजना का लाभ दिया जाए। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के लक्ष्यों एवं उपलब्धियों की विस्तार से जानकारी दी। बैठक में अपर जिलाधिकारी डा. अभिषेक त्रिपाठी, सीएमओ डा. राजीव शर्मा, एससीएमओ डा.उमा रावत, एसीएमओ डा.एमएस खाती, एसीएमओ डा बीपी सिंह, वरिष्ट स्त्री रोग विशेषज्ञ डा.उमा रानी शर्मा आदि मौजूद थे।