थराली से हरेंद्र बिष्ट।
बधाण की नंदा भगवती का उत्सव डोला शुक्रवार को अपने सातवें पड़ाव ढुगाखोली पहुंच गया है। जबकि सिद्धपीठ देवराड़ा जहां भगवती के उत्सव डोली को अगले 6 माह तक रहना है, तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है।
शुक्रवार प्रातःकाल नंदा भगवती का उत्सव डोला अपने छठे वापसी के पड़ाव कुराड़ के लिए रवाना हुई। सुबह से ही कुराड़ में पूजा.अर्चना का सिलसिला थमने के बाद डोला दोपहर के भोजन के लिए सबगड़ा गांव पहुंचा जहां पर आसपास के भक्तों ने देवी के दर्शन किए। उसके बाद यात्रा अपने सातवें एवं इस वर्ष के यात्रा के अंतिम पड़ाव ढुगाखोली के लिए रवाना हुई इस दौरान भी नंदा भक्तों ने नंदा के जबरदस्त जयकारे लगाते के कारण पूरा क्षेत्र जयकारों से काफी देर तक गूजता रहा। देर सायं डोला एवं यात्रा ढुगाखोली पहुंच गई है। इस दौरान कुराड़ गांव में मोहन प्रसाद देवराड़ी, रमेश पांडे, प्रधान हरीश ज्योती, कमलेश देवराड़ी, सबगड़ा में पूर्व जेष्ठ प्रमुख जय सिंह बिष्ट, हरेंद्र बिष्ट, नरेंद्र बिषट, ढुगाखोली में प्रेम सिंह बिष्ट, प्रधान पाल राम, बलवंत बिष्ट, विजयपाल बिष्ट, सुनील कुमार, महिला मंगल दल अध्यक्ष धनुली देवी, उपाध्यक्ष कमला देवी, सकुंतला देवी नीमा देवी आदि ने दर्शनों के लिए व्यवस्था बनने में सक्रिय भूमिका निभाई।
इधर नंदा सिद्धपीठ देवराड़ा में देवी के उत्सव डोली के स्वागत एवं डोलें को मंदिर के गर्भगृह में विराजमान करवाने के लिए सभी जरूरी व्यवस्था कर ली गई हैं।लोल्टी तुगेश्वर के व्यापार संघ अध्यक्ष धनराज रावत ने बताया कि देवी के डोले के यहां पहुंचने पर भक्तों की संख्या काफी होगी जिसे देखते हुए देवराड़ाएतुगेश्वरए सुनाऊंएलोल्टी के ग्रामीण आवश्यक व्यवस्थाओं में जुटे हुए हैं।