
थराली से हरेंद्र बिष्ट।
पांच किमी मोटर सड़क के निर्माण के लिए सैकड़ों की संख्या में बांज, बुरांश सहित अन्य संरक्षित प्रजाति के पेड़.पौधों को पहुंचाई गई क्षति के मामले में प्रभागीय वनाधिकारी बद्रीनाथ वन प्रभाग के द्वारा स्थलीय निरीक्षण कर पूर्व पिंडर रेंज देवाल के वन क्षेत्राधिकारी को जांच कर यथाशीघ्र जांच रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल देवाल ब्लाक के अंतर्गत थराली-देवाल-मंदोली मोटर सड़क के किमी 17 से ताजपुर लगा कांडई नाम से 5 किमी मोटर सड़क का 2022 से निर्माण कार्य किया जा रहा है। 2 करोड़ 66 लाख 69 हजार की लागत से बनाई जा रही सड़क के निर्माण का जिम्मा सरकार ने एनपीसीसी को सौपा है। एनपीसीसी के द्वारा इस कार्य की जिम्मेदारी देहरादून की कंपनी गोपाल एसोसिएशन को दिया गया। इसी माह की 19 तारीख को देवाल के क्षेत्र प्रमुख डॉ दर्शन दानू की पहल पर कार्यदाई संस्था एनपीसीसी व वन विभाग एवं राजस्व विभाग के एक दल ने स्थलीय निरीक्षण किया था। जिसमें कई खामियां उजागर हुई थी।
सड़क निर्माण के कारण डंपिंग जोन के अभाव में भारी संख्या में बांज, बुरांश जैसी संरक्षित प्रजाति के पेड़.पोधों को नुकसान की सूचना के बाद बदरीनाथ वन प्रभाग गोपेश्वर के प्रभागीय वनाधिकारी सर्वेश कुमार दुबे ने गुरुवार को सड़क का स्थलीय निरीक्षण कर आवश्यक जानकारी प्राप्त की। स्थलीय निरीक्षण के बाद वापस लौटने पर उन्होंने देवाल डाक बंगले में जनप्रतिनिधियों से कहा कि वास्तव में निर्माणाधीन मोटर सड़क पर स्वीकृत प्रस्ताओं के अनुसार डंपिंग जोनों का निर्माण नहीं किया गया है। जिससे छपान के विरुद्ध काफी संख्या में बांज, बुरांश जैसी प्रजाति के पेड़.पौधों को खासा नुकसान हुआ है। जिसकी उन्होंने देवाल के रेंजर को जांच के निर्देश दिए हैं।
पूर्व में भी कार्यदाई संस्था पर 300 पेड़.पौधो के नुकसान पर 75 हजार से अधिक का जुर्माना लगाया जा चुका है। इस मौके पर देवाल के ब्लाक प्रमुख डॉ दर्शन दानू ने डीएफओ से विभागीय जांच को जारी रखने के साथ ही जनहित में सड़क का निर्माण कार्य निर्विघ्न रूप से जारी रखने की मांग की। इस मौके पूर्व पिंडर रेंज के वन क्षेत्राधिकारी त्रिलोक सिंह बिष्ट आदि मौजूद थे।










