रिपोर्टर-प्रियांशु सक्सेना
डोईवाला। सियाचिन लैंडस्लाइड में बीते सोमवार को शहीद हुए भानियावाला के निवासी हवलदार जगेंद्र सिंह चौहान 35 वर्ष, पुत्र सूबेदार मेजर राजेन्द्र सिंह चौहान का पार्थिव शरीर शुक्रवार को उनके निवास स्थान कान्हरवाला भानियावाला लाया गया। शहीद का शव देखकर पूरे इलाके में कोहराम मच गया।

वही शहीद के परिजनों व क्षेत्रवासियों द्वारा शहीद जगेंद्र सिंह चौहान को श्रद्धांजलि दी गई। उनकी अंतिम यात्रा में सैकड़ो की संख्या में लोग पहुंचे और उनका अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ हरिद्वार घाट पर किया गया। बता दे जगेंद्र सिंह चौहान 325 लाइट एडी बटालियन में हवलदार थे।

मंगलवार को उनके शहीद होने की सूचना मिलते ही पूरे गांव में कोहराम मंच गया था और तमाम लोग उनके आवास पर सांत्वना व्यक्त करने पहुंच रहे थे। उनका पार्थिव शरीर बुधवार तक उनके निवास स्थान पर पहुंचाया जाना था परंतु खराब मौसम के कारण विलंब होने से शुक्रवार को उनका पार्थिव शरीर घर पहुंचा।
शहीद जगेंद्र सिंह चौहान 25 फरवरी से छुट्टी लेकर घर आ रहे थे लेकिन हालात कुछ यू बन गए कि 25 फरवरी को वह घर तो पहुंचे लेकिन तिरंगे पर लिपटे हुए। कुछ देर उनके घर पर ही पार्थिव शरीर रखा गया उसके बात सेना के जवानों ने शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के साथ भानियावाला बाजार होते हुए तिराहे तक लाया गया जहां से सेना के ट्रक में उनको हरिद्वार ले जाया गया।
शहीद जगेंद्र की अंतिम यात्रा में सैकड़ो लोगों शुमार हुए और उनके शोक में इलाके की सभी दुकानें बंद रखी गयीं। भानियावाला के स्कूली बच्चों ने शहीद के सम्मान में देशभक्ति के नारे लगाए और पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
शहीद जगेंद्र सिंह चौहान के परिवार को सांत्वना देने पहुंचे सैनिक कल्याण गणेश जोशी, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, डोईवाला तहसीलदार, पूर्व सैनिक आनंद सिंह राणा, गौरव सिंह, ब्रज भूषण गैरोला, मोहित उनियाल, विनय कंडवाल, राजगीर खत्री, संपूर्ण सिंह रावत, रंजीत बॉर्बी, पूर्व प्रधान नरेंद्र सिंह नेगी समेत अन्य पदाधिकारियों व क्षेत्रवासियों द्वारा शहीद सैनिक को श्रद्धांजलि देने के लिए जमघट लगा रहा।










