पंकज भट्ट, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा के सकारात्मक पहल के पश्चात् सभी थाना/कार्यालयों/आवासीय परिसरों में भ्रमण के दौरान किये गये निरीक्षण एवं सभी थाना प्रभारियों पुलिस अधि0/कर्म0 जिन्हें सरकारी भवन आवंटित हुए हैं उन भवनों को अपने घर जैसा समझकर उनकी नियमित साफ सफाई, परिसर की साफ-सफाई एवं सरकारी सम्पत्ति की ठीक से देख-रेख किये जाने के निर्देश के अनुपालन में पुलिस कार्यालय में तैनात एल0आई0यू की आरक्षी हेमा ऐठानी कोरंगा वर्तमान में पी0आर0ओ0/मीडिया का कार्य देख रहीं हैं जो कि कोतवाली अल्मोड़ा परिसर के सरकारी आवास में निवासरत हैं, जिनके आवास के सामने एक निष्प्रयोज्य भवन जिसके नवीनीकरण की कार्यवाही प्रचलित है।
एस0एस0पी0 अल्मोड़ा से प्रेरणा पाकर हेमा ऐठानी ने उस भवन की साफ-सफाई का जिम्मा स्वंय उठाया एवं एक ख्याल मन में आया कि भवन के नवीनीकरण तक इस भवन का सदुपयोग कैसे किया जाय जिससे इसकी साफ-सफाई भी बनी रहे और पुलिस परिवार की महिलायें भी लाभ प्राप्त कर सके।
इस भवन का सदुपयोग मशरूम उत्पादन के रूप में लिया गया। सर्वप्रथम इस भवन के आस-पास सफाई, भवन एवं इस पर जाने वाले सीढ़ियों की साफ-सफाई की शुरूवात की गयी। शुरूवात में लगा कि एक तो ऑफ सीजन ऊपर से भवन की छत भी टिन की यह प्रयास सफल होगा कि नहीं असमन्जस तो था। परन्तुु जहाॅ चाह, वही राह अथक मेहनत का फल 35 दिन में मिलने लगा, आखिर ऑफ सीजन के मशरूम का उत्पादन होने लगा। इस सराहनीय प्रयास हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा एवं श्रीमती हेमा बिष्ट उत्तराखण्ड पुलिस वाइव्स वेलफेयर की जिलाध्यक्ष महोदया, मातवर सिंह पुलिस उपाधीक्षक सहित पूरे पुलिस परिवार ने बधाई दी है।
श्रीमती हेमा ऐठानी ने बताया कि *उन्होंने अपनी बहन श्रीमती ममता मेहता निवासी- कपकोट बागेश्वर जो कि विगत 02 वर्षों से मशरूम उत्पादन का कार्य कर रहीं हैं, उनकी मदद से ज्यूलीकोट से मशरूम का कम्पोस्ट/बीज एवं अन्य आवश्यक सामग्री मॅगवाकर प्रशिक्षण प्राप्त किया गया एवं अथक मेहनत के बाद यह प्रयास पूर्ण रूप से सफल रहा।
उन्होंने निर्णय लिया कि भविष्य में पुलिस परिवार की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।












