पिथौरागढ। जिले के सीमांत क्षेत्र खरकदोली निवासी धर्मेंद्र गुरुंग नशे का शिकार हो रही युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बनकर सामने आए हैं। गोरखा रेजिमेंट से आठ साल पहले सेवानिवृत्त हुए धर्मेंद्र ने दस मिनट में तीन किलोमीटर की उल्टी दौड़ पूरी कर अपना नाम गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दाखिल करने के लिए आवेदन कर दिया है।
धर्मेंद्र गुरुंग युवा पीढ़ी को खेलों की ओर आकर्षित करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। इस बार उन्होंने जिला मुख्यालय के निकट सिल्थाम से झौलखेत मैदान तक उल्टी दौड़ केवल दस मिनट में पूरी कर ली। धर्मेंद्र ने इस दौड़ के लिए जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से सहयोग की अपील की लेकिन कोई सहयोग नहीं मिला। धर्मेंद्र ने अपना हौंसला नहीं छोड़ा और अपने कुछ सहयोगियों के साथ उल्टी दौड़ शुरू कर दी।
पूर्व सैनिक धर्मेंद्र का कहना है कि युवा वर्ग को खेलों के माध्यम से स्वावलंबी बनाया जा सकता है और उन्हें नशे से दूर रखा जा सकता है। धर्मेंद्र ने बताया कि उल्टी दौड़ का यह एक रिकॉर्ड है, जिसे गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दाखिल करने के लिए आवेदन कर दिया है। 43 वर्षीय धर्मेंद्र ने इससे पूर्व 11 किलोमीटर उल्टी दौड़ एक घंटे 21 मिनट में पूरी कर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज किया है। धर्मेंद्र का दावा है कि वह एक घंटे में दस किलोमीटर उल्टी दौड़ पूरी करता है।