
तीर्थ पुरोहितों ने प्रधानमंत्री को अपने खून से लिखा पत्र भेजा
रिपोर्ट. सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहितों ने उत्तराखण्ड सरकार के तानाशाह रवैये के देखते हुए, अब बड़ा फैसला लिया है। तीर्थ पुरोहितों व व्यापार सभा केदार धाम के 26 सदस्यों ने भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
आपको बता दे कि उत्तराखण्ड सरकार ने चारों धामों को अपने अधीन करते हुए देवस्थानम बोर्ड के अंडर सभी धामों का नियन्त्रण लागू करा दिया है, जिसको लेकर पिछले साल से तीर्थ पुरोहित लगातार आंदोलन कर रहे हैं और सरकार से देवस्थानम बोर्ड वापस लेने का दवाब बना रहे हैं। मगर राज्य सरकार ने देवस्थानम बोर्ड वापस करने को लेकर अभी तक तीर्थ पुरोहितों की मांग नहीं मानी, जिससे आक्रोशित होकर तीर्थ पुरोहितों ने अब ऐलान कर दिया है, वे चुनाब बहिष्कार भी करेंगे।
वही 26 से अधिक सदस्यों ने भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा भी दे डाला, भाजपा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है, 2022 में चारों धामों के पुरोहित समाज भाजपा का पूरे प्रदेश में बहिष्कार करेंगे।
केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों ने प्रधानमंत्री को अपने खून से लिखा पत्र भेजा है, जिसमें प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि देवस्थानम बोर्ड को भंग किया जाए।












